नोएडा। नोएडा के औद्योगिक सेक्टरों में नोएडा प्राधिकरण द्वारा गंदा व बदबूदार पेय जल की सप्लाई की जा रही है। इससे कल-कारखानों के मालिकों के साथ श्रमिक भी परेशान है। शिकायतों के बाद भी नोएडा के जल विभाग के अधिकारियों ने समस्या का समाधान नहीं किया। इससे उद्यमियों में रोष व्यप्त है।
इस मामले को लेकर गुरूवार को उद्यमियों की संस्था नोएडा एन्ट्रेप्रिनियोर्स एसोसिएशन (एनईए) ने नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक काफी हंगामेदर रही। बैठक में गंदा व बदबूदार पेय जल की सप्लाई का मुद्दा छाया रहा। सेक्टर-6 स्थित एनईए भवन बैठक में नोएडा प्राधिकरण के वरिष्ठ प्रबन्धक (जल) अमरजीत सिंह तथा अन्य अधिकारियों को एनईए अध्यक्ष विपिन कुमार मल्हन तथा उपाध्यक्ष एवं नोएडा विकास प्राधिकरण को-आर्डिनेशन कमेटी-एनईए के चेयरमैन मौ. इरशाद ने नोएडा के विभिन्न औद्योगिक सेक्टरों से एकत्रित किये गये पेय जल के सैंपल दिखाया। उन्होंने कहा कि औद्योगिक सेक्टरों में पेय जल की सप्लाई बहुत कम मात्रा में होती है। कभी पानी आता भी है तो वह इतना बदबूदार होता कि उसे पीना तो दूर उस पानी से हाथ भी नहीं धोये जा सकते हैं। कई औद्योगिक सेक्टरों में सीवर के ढक्कन सड़क लेबल से काफी नीचे है जिसके कारण दुर्घटना घटने का खतरा बना रहता है। उन्होंने कहा कि कल-कारखानों में गंदा पानी आने से श्रमिक भी खासे परेशान है।
बैठक में एनईए पदाधिकारियों द्वारा उक्त सभी समस्याओं को सुनने के बाद अमरजीत सिंह ने संबधित डिविजन के अधिकारी को शीघ्र ही समस्या का 10 दिन के अंदर समाधान करने के निर्देश दिया तथा उपस्थित उद्यमियों को आश्वासन दिया कि 10 दिन के अन्दर जल से संबधित समस्या का समाधान कर दिया जाएगा। बैठक के दौरान इस अवसर पर में एनईए अध्यक्ष विपिन कुमार मल्हन, महासचिव वीके सेठ, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राकेश कोहली, धर्मवीर शर्मा, मुकेश कक्कड, उपाध्यक्ष मौ. इरशाद, सुधीर श्रीवास्तव, मोहन सिंह, आरएम जिंदल, अजय सरीन, सचिव कमल कुमार, राहुल नैययर, राजन खुराना, विरेन्द्र नरूला, मयंक गुप्ता, संदीप बिरमानी, रोहित मित्तल, अजय अग्रवाल, सुभाष जावा, नितिन गुप्ता, अरविंद शर्मा, संजीव बांदा, असीम जगिया, प्रवीन गुप्ता, रजत अजमानी, अमित तारा सहित भारी संख्या में उद्यमी उपस्थित थे।
बता दें कि नोएड़ा उत्तर प्रदेश का आर्दश शहर है। यहां पर इन्फ्रास्ट्रेक्चर का विकास नोएडा प्राधिकरण द्वारा काफी अच्छा किया गया है। विकास की इस कड़ी में नोएडावासियों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना भी नोएडा प्राधिकरण का दायित्व है। नोएड़ा को स्थापित हुए 48 वर्षों से अधिक होने के बाद भी नोएड़ा प्राधिकरण शहरवासियों को पीने योग्य पानी की आपूर्ति करने में सफल नहीं है।
उच्चतम न्यायालय द्वारा लगभग 27-28 वर्ष पूर्व शतः प्रतिशत ट्रिटिड़ शुद्ध पेयजल आपूर्ति के निर्देश दिये गये थे, परन्तु प्राधिकरण द्वारा इस संबंध में अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई है। प्राधिकरण के पास पर्याप्त संसाधन होने के उपरान्त भी ठोस कार्यवाही न करना प्राधिकरण की इस ओर ध्यान न देने की मानसिकता को दर्शाता है। शुद्ध पेयजल की आपूर्ति नागरिकों का मौलिक अधिकार है तथा प्राधिकरण की नैतिक जिम्मेदारी है।