गाजियाबाद। ऑनलाइन गेम की आड़ में धर्मांतरण सिंडिकेट चलाने के आरोपी खान शहनवाज मकसूद उर्फ बद्दो को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। पूछताछ के शुरुआती दौर में बद्दो ने अपने पारिवारिक बैकग्राउंड और अपने पाकिस्तान कनेक्शन के बारे में पुलिस को बताया है।
बद्दो के मुताबिक, उसकी दादी और मां पाकिस्तान की रहने वाली हैं। वहां उसकी तमाम रिश्तेदारियां हैं और इस वजह से लोग उसे जानते हैं। इसलिए उसके मोबाइल में 30 से ज्यादा पाकिस्तानी नंबर सेव हैं। गाजियाबाद पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर बद्दो को 3 दिन के रिमांड पर लिया है। रिमांड अवधि 23 जून की सुबह 11 बजे से प्रारंभ हो चुकी है। पुलिस उसे जेल से निकालकर अज्ञात स्थान पर ले गई, जहां तमाम सवालों पर पूछताछ हुई। सूत्रों ने बताया कि बद्दों ने वर्तमान धर्मांतरण वाले इश्यू पर कुछ खास नहीं बताया है।
सिर्फ इतना कहा है कि वो कम्प्यूटर गैजेट्स ऑनलाइन बेचता है। इसी सिलसिले में गाजियाबाद के जैन लड़के से उसकी बातचीत शुरू हुई थी। इस लड़के के धर्मांतरण से उसका कोई मतलब नहीं है। हालांकि पुलिस को इंस्टाग्राम की एक चैट में कई साल पुरानी धर्मांतरण की बातें लिखी मिली हैं, जिन्हें बद्दो से वैरीफाई कराया जा रहा है।
बद्दो ने पुलिस को अपने फैमिली बैकग्राउंड के बारे में जानकारी दी। बताया कि उसके पिता पेशे से वकालत करते थे। उनका अच्छा नाम था। दो भाई कॉस्मेटिक कारोबार से जुड़े हैं। मां गृहणी हैं। बद्दो खुद ग्रेजुएट है और कम्प्यूटर का एक्सपर्ट है। हालांकि एक्सपर्ट बनने के लिए उसने कोई कोर्स नहीं किया हुआ है।
गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट के डीसीपी निपुण अग्रवाल ने बताया कि बद्दो 26 जून की सुबह 11 बजे तक पुलिस कस्टडी रिमांड पर रहेगा। इस दौरान उससे धर्मांतरण सिंडिकेट से जुड़े सवाल पूछे जाएंगे और आगे की कड़ियां तलाशी जाएंगी। बद्दो को 11 जून को महाराष्ट्र की ठाणे पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद यूपी पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर लेकर गाजियाबाद आई और यहां स्थानीय कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया था। गुरुवार को गाजियाबाद कोर्ट ने बद्दो के तीन दिन पुलिस कस्टडी रिमांड को मंजूरी दे दी। वो 23 जून की सुबह 11 बजे से रिमांड पर है।