लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बहराइच में हिंसा में जान गंवाने वाले 22 वर्षीय युवक रामगोपाल मिश्रा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आ चुकी है। रिपोर्ट से साफ जाहिर होता है कि किस तरह युवक के साथ क्रूरता की सारी हदें पार कर दी गईं। रिपोर्ट के मुताबिक, हमलावरों ने रामगोपाल को मौत के घाट उतारने से पहले उसे बेरहमी से पीटकर अधमरा कर दिया।
इसके बाद उस पर धारदार हथियार से वार किए। इसके अलावा, उसके चेहरे, गले और सीने पर करीब 35 छर्रे के निशान मिले हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, बहुत ज्यादा खून बहने और करंट लगने की वजह से रामगोपाल की मौत हुई है। यही नहीं, हमलावरों ने बर्बरता की सारी हदें पार करते हुए उसके पैरों के नाखून भी निकालकर उसके आंखों के पास किसी नुकीली वस्तु से हमला कर दिया था।
उल्लेखनीय है कि बहराइच के महाराजगंज कस्बे में रविवार को मां दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन के लिए काफिला निकाला गया था। इस बीच, विशेष समुदाय की तरफ यात्रा में तेज आवाज में धार्मिक गाना बजाये जाने पर आपत्ति जताई। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच शुरू हुआ विवाद हिंसात्मक हो गया। दोनों समुदायों ने एक-दूसरे पर हमले किए। इस दौरान बड़े पैमाने पर सार्वजनिक संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचाया गया, जिससे पूरा बहराइच हिंसा की आग में दहल उठा। यही नहीं, हमलावरों ने कई दुकानों को भी आग के हवाले कर दिया। इसके बाद पुलिस ने फौरन कमर कसते हुए स्थिति को नियंत्रित किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहराइच हिंसा में जान गंवाने वाले रामगोपाल मिश्रा के परिजनों मिले और उन्हें आश्वासन दिया कि इस हिंसा में संलिप्त आरोपियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, रामगोपाल के परिजनों को आर्थिक सहायता देने का भी ऐलान सरकार की तरफ से किया गया।
परिजनों ने मुख्यमंत्री को बताया कि जब तक रामगोपाल को मौत के घाट उतारने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की जाती है, तब तक उनका रोष थमने वाला नहीं है।