मथुरा। बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ प्रसिद्ध कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने कड़ा विरोध जताया है। कनाडा में आयोजित एक कथा के दौरान उन्होंने सभी सनातनियों को एकजुट होने का संदेश दिया है। कथा के दौरान सभी भक्तों ने बांग्लादेश में मारे गए लोगों के लिए एक मिनट का मौन रखा। देवकीनंदन ने कहा, “बांग्लादेश में हिन्दुओं के साथ कैसा बर्ताव हो रहा है, टीवी चैनलों के माध्यम से हमें देखने को मिल रहा है। दुर्भाग्य यह है कि खुद को सुपर पावर कहने वाले लोग बांग्लादेश के मामले पर चुप हैं।
मानवता की बात करने वाले लोग इस मामले पर बोलने के तैयार नहीं हैं।” उन्होंने कहा कि मानवता की हत्या कहीं नहीं होनी चाहिए – चाहे गाजा हो या सीरिया या फिर बांग्लादेश। कहीं मानव मर रहा है तो मानवता मर रही है। गाजा पट्टी की बात होती है तो विश्व यूनियन में बात होती है। बांग्लादेश में लोग मारे जा रहे हैं, हिन्दू मंदिरों में तोड़फोड़ हो रही है। लेकिन, इस पर चुप्पी है। आज वहां मानवता को मरने के लिए छोड़ दिया है। यहह दंश आगे दुनिया को नहीं छोड़ेगा। उसी दंश का सामना हमें भी करना होगा। हम चाहते हैं पूरे विश्व में शांति हो। उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे हमले को लेकर बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के गृह मामलों के सलाहकार ब्रिगेडियर जनरल (सेवानिवृत्त) एम. सखावत हुसैन ने अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय से हाथ जोड़कर माफी मांगी है।
मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, “हम उन्हें सुरक्षा प्रदान करने में विफल रहे। मैं हाथ जोड़कर माफ़ी मांगता हूं”, और उन्होंने अपने दोनों हाथ जोड़ लिए। सखावत ने कहा, “हमने निर्देश दिया है कि हमारे अल्पसंख्यक भाइयों की सुरक्षा करना बहुसंख्यक समुदाय का परम कर्तव्य है। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें जवाब देना होगा कि वे सुरक्षा प्रदान करने में विफल क्यों रहे। यह हमारे धर्म का भी हिस्सा है कि हमें अपने अल्पसंख्यकों की रक्षा करनी चाहिए। मैं अपने अल्पसंख्यक भाइयों से माफ़ी मांगता हूं।”