नई दिल्ली। मुश्किल दौर से गुजर रहे अडाणी समूह के लिए राहत देने वाली खबर आई है। अमेरिकी वित्तीय रिसर्च कंपनी हिडनबर्ग की एक रिपोर्ट के बाद कंपनी के शेयरों में भारी उथल-पुथल के बीच सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) ने कहा है कि वह अडाणी समूह को आगे भी लोन देने को तैयार है।
बीओबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) संजीव चड्ढा ने सोमवार को एक इंटरव्यू के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि अगर आडाणी समूह, बैंक के अंडरराइटिंग स्टैंडर्ड्स को पूरा करता है, तो बैंक और कर्ज देने पर निश्चित तौर पर विचार करेगा। उन्होंने कहा कि मैं अडाणी समूह के शेयरों में आ रहे उतार-चढ़ाव से चिंतित नहीं हूं।
बैंक ऑफ बड़ौदा के सीईओ का यह बयान ऐसे वक्त में आया है, जब अगले महीने अडाणी समूह पर करीब 50 करोड़ डॉलर का ब्रिज लोन देय है, जिसकी रिफाइनेंसिंग के लिए कुछ बैंक पीछे हट रहे हैं। बैंकों का रिफाइनेंसिंग से पीछे हटने की सबसे बड़ी वजह हिंडनबर्ग ने अडाणी समूह पर फ्रॉड का आरोप लगाया है। ऐसे में बैंक ऑफ बड़ौदा का यह बयान समूह को बड़ी राहत देने वाली है।
उल्लेखनीय है कि हिंडनबर्ग के आरोपों की वजह से अडाणी समूह की संपत्ति और कंपनियों के शेयरों में पिछले कुछ दिनों में भारी गिरावट आई है। हालांकि, अडाणी समूह ने हिंडनबर्ग की रिसर्च रिपोर्ट और सभी आरोपों को गलत करार दिया है।