मुंबई। विदेशी बाजारों के कमजोर रुझान से बीते सप्ताह करीब एक प्रतिशत की गिरावट में रहे घरेलू शेयर बाजार पर अगले सप्ताह अमेरिकी बैंकिंग संकट, फेडरल रिजर्व के नीतिगत दर के आक्रामक रुख समाप्त करने के संकेत, कच्चा तेल, डॉलर इंडेक्स और विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के रुख का असर रहेगा।
बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 462.8 अंक अर्थात 0.8 प्रतिशत का गोता लगाकर सप्ताहांत पर 57527.10 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 155 अंक यानी 0.91 अंक लुढ़ककर 16945.05 अंक पर रहा।
समीक्षाधीन सप्ताह में बीएसई की दिग्गज कंपनियों की तरह मझौली और छोटी कंपनियों में भी गिरावट का रुख रहा। सप्ताहांत पर मिडकैप 478.45 अंक टूटकर 23633.56 अंक और स्मॉलकैप 400.74 अंक उतरकर 26767 अंक पर आ गया।
विश्लेषकों के अनुसार, बीते सप्ताह अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में एक बार फिर 0.25 प्रतिशत की वृद्धि कर दी लेकिन बैंकिंग संकट का हवाला देते हुए निकट भविष्य में नीतिगत दरों के आक्रामक रुख पर लगाम लगाने का भी संकेत दिया है। अगले सप्ताह इसका असर घरेलू बाजार पर देखा जा सकता है।
इसके अलावा कच्चे तेल की कीमत, डॉलर सूचकांक एवं एफआईआई के निवेश प्रवाह पर भी निवेशकों की नजर रहेगी। एफआईआई ने पिछले लगातार तीन महीने दिसंबर, जनवरी और फरवरी में बाजार से निवेश निकाल लिए। लेकिन, मार्च में अबतक वह 246.04 करोड़ रुपये के शुद्ध बिकवाल रहे हैं। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) का शुद्ध निवेश 25,592.99 करोड़ रुपये रहा।
एशियाई बाजार से मिले कमजोर संकेतों के साथ ही घरेलू स्तर पर हुयी चौतरफा बिकवाली के दबाव में सोमवार को सेंसेक्स 360.95 अंक टूटकर 57628.95 अंक पर और निफ्टी 111.65 अंक गिरकर 16988.40 अंक पर रहा। वहीं, वैश्विक बाजार की तेजी से उत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, वित्तीय सेवाएं, बैंकिंग और ऊर्जा समेत चौदह समूहों में हुई लिवाली की बदौलत मंगलवार को सेंसेक्स 445.73 अंक उछलकर 58,074.68 अंक और निफ्टी 119.10 अंक की छलांग लगाकर 17,107.50 अंक पर पहुंच गया।
इसी तरह अमेरिकी फेड रिजर्व की बैठक से पहले बैंकिंग संकट टलने की उम्मीद में वैश्विक बाजार में आई तेजी से उत्साहित निवेशकों की हेल्थकेयर, कमोडिटीज और यूटिलिटीज समेत पंद्रह समूहों में हुई लिवाली की बदौलत बुधवार को सेंसेक्स 139.91 अंक की तेजी लेकर 58,214.59 अंक और निफ्टी 44.40 अंक की बढ़त के साथ 17,151.90 अंक पर रहा।
वहीं, वैश्विक बाजार के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर रियल्टी, बैंकिंग, आईटी, टेक और वित्तीय सेवाएं समेत बारह समूहों में हुई बिकवाली से गुरुवार को सेंसेक्स 289.31 अंक का गोता लगाकर 57,925.28 अंक और निफ्टी 75 अंक टूटकर 17076.90 अंक पर आ गया। इसी तरह बैंकिंग प्रणाली की स्थिरता को लेकर चिंतित वैश्विक बाजार की गिरावट के दबाव में स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा बिकवाली से शुक्रवार को सेंसेक्स 398.18 अंक का गोता लगाकर 57,527.10 अंक और निफ्टी 131.85 अंक की गिरावट लेकर 16,945.05 अंक पर रहा।