देवबंद। एक बैठक को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन वर्मा व पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार और चीनी मिल मालिक मिलकर प्रदेश के गन्ना किसानों को दोनों हाथों से लूट रहे हैं। गन्ना किसानों की हो रही लूट पर मुख्यमंत्री योगी श्वेत पत्र जारी करें और गन्ना किसानों की लूट को रोके।
भगत सिंह वर्मा ने कहा कि भाजपा की योगी सरकार में गन्ने का रेट सबसे कम बढ़ाया गया है। जबकि मायावती व अखिलेश सरकार में प्रति वर्ष में गन्ने का रेट₹40 प्रति कुंतल बढाया गया है। गन्ने की लागत लगातार बढ़ती जा रही है एक कुंतल गन्ने पर 525 रुपए लागत आ रही है। भाजपा की योगी सरकार एक वर्ष बाद भी चीनी मिलों से गन्ने का भुगतान नहीं करा पा रही हैं। जबकि चीनी मिलों को प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए का लाभ हो रहा है।
भगत सिंह वर्मा ने कहा कि शुगर कंट्रोल ऑर्डर 1966 के अनुसार जो चीनी मिल 14 दिन के अंदर गन्ना भुगतान नहीं करती है। उन्हें 15% वार्षिक दर से गन्ना किसानों को ब्याज का भुगतान करना चाहिए और गन्ना किसानों से ढुलाई किराया नहीं काटना चाहिए। भाजपा की योगी सरकार में चीनी मिल मालिक निरंकुश है और लगातार गन्ना किसानों का शोषण कर रहे हैं।
गन्ना किसानों को प्रदेश सरकार चीनी मिलों से खोई के बराबर भी दाम नहीं दिला पा रही है। गन्ना सीजन शुरू हो चुका है और सरकार ने अभी तक पिछले वर्ष का भी गन्ना भुगतान किसानों को नहीं कराया है। भगत सिंह वर्मा ने योगी सरकार से गन्ने का लाभकारी मूल्य तत्काल ₹600 कुंतल घोषित करने और चीनी मिलों से बकाया गन्ना भुगतान तत्काल दिलाने व ब्याज दिलाने की मांग की। प्रदेश के गन्ना किसानों से प्रदेश सरकार एक्साइज ड्यूटी के रूप में प्रतिवर्ष 45000 करोड रुपए सीधे और 1 लाख करोड रुपए से अधिक अन्य उत्पादों से राजस्व प्राप्त करती है।
भगत सिंह वर्मा ने सरकार चीनी मिल मालिकों व गन्ना विभाग को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि इस बार सरकार ने गन्ने का लाभकारी मूल्य ₹600 कुंतल नहीं किया तो प्रदेश के गन्ना किसान बड़ा आंदोलन करेंगे और 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को वोट नहीं देंगे। बैठक की अध्यक्षता भारतीय किसान यूनियन वर्मा के राष्ट्रीय सलाहकार हाफिज मुर्तजा त्यागी ने की और संचालन प्रदेश महामंत्री असीम मलिक ने किया।
बैठक में रविंद्र प्रधान, सुधीर चौधरी, हरपाल सिंह, सुभाष त्यागी, नीरज सैनी, हाजी सुलेमान, वसीम जहीरपुर, महबूब हसन, हाजी बुद्धू हसन, अमित चौधरी, आकाश चौधरी, आजाद चौधरी, मोहम्मद राशिद, मोहम्मद इकराम, जोगिंद्र सिंह, कालू सिंह आदि ने भाग लिया।