देवबंद (सहारनपुर)। भाकियू वर्मा कार्यालय पर एक बैठक को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन वर्मा व पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश दुनिया का सबसे बड़ा राज्य है। जनसंख्या की दृष्टि से मात्र चार देश उत्तर प्रदेश से बड़े हैं बाकी 195 देश उत्तर प्रदेश से छोटे हैं।
यूएसए की जनसंख्या 34 करोड़ है और यूएसए में 50 राज्य हैं। जबकि अकेले उत्तर प्रदेश की जनसंख्या 25 करोड़ है। राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि छोटे-छोटे राज्यों के निर्माण से ही देश की उन्नति संभव है। देश के छोटे राज्य हरियाणा पंजाब हिमाचल उत्तराखंड तेलंगाना गोवा छत्तीसगढ़ इसके उदाहरण है। जहां प्रति व्यक्ति वार्षिक आय लगातार बढ़ रही है। जबकि बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में प्रति व्यक्ति वार्षिक आय देश में सबसे कम हो गई है। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश को चार भागों में बांटकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 26 जिलों 6 मंडलों 27 लोकसभा क्षेत्र और 137 विधानसभा क्षेत्र को मिलाकर यहां की 8 करोड़ जनता की उन्नति के लिए पृथक पश्चिम प्रदेश का निर्माण जरूरी है।
पृथक राज्य बनने पर यहां प्रति व्यक्ति वार्षिक आय कतर देश से भी अधिक होगी और यहां शिक्षा और चिकित्सा अंतरराष्ट्रीय स्तर की होगी और यहां सभी बेरोजगारों को रोजगार होंगे और यहां सभी किसानों की, गरीबों की, मजदूरों की, व्यापारियों की समस्याएं हल हो जाएगी। चार दशक से वकीलों द्वारा हाईकोर्ट की बैच के लिए संघर्ष के बावजूद भी आज तक पश्चिम में हाईकोर्ट की बैच तक स्थापित नहीं की गई है। जो पश्चिम उत्तर प्रदेश की 8 करोड़ जनता के लिए सरासर अन्याय है।
भगत सिंह वर्मा ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 26 जिले प्रदेश सरकार को 80% राजस्व देते हैं इसके बावजूद भी यहां शिक्षा और चिकित्सा नाम मात्र को है और यहां कानून व्यवस्था बिल्कुल चौपट हो चुकी है। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि अब समय आ गया है जब पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों, मजदूरों, गरीबों, युवाओं, व्यापारियों, दुकानदारों, वकीलों और छात्रों को एकजुट होकर पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण के लिए संघर्ष करना होगा।
पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा दो दशक से पृथक पश्चिम प्रदेश की लड़ाई लड़ रहा है अब इस लड़ाई को तेज करके जन आंदोलन बनाया जाएगा। भगत सिंह वर्मा ने महामहिम राष्ट्रपति जी माननीय प्रधानमंत्री जी को पत्र लिखकर राज्य पुनर्गठन आयोग गठित करके उत्तर प्रदेश को चार भागों में बताकर पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण करने की मांग की।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए भारतीय किसान यूनियन वर्मा के प्रदेश उपाध्यक्ष पंडित नीरज कपिल ने कहा कि पृथक राज्य आज समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। यहां के 8 करोड लोगों को न्याय पाने के लिए हाई कोर्ट प्रयागराज 600 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है और हमारे राजधानी 500 किलोमीटर दूर है। जहां पश्चिम के लोगों की कोई सुनवाई नहीं है। बैठक का संचालन करते हुए पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के प्रदेश महामंत्री आसिम मलिक ने कहा कि युवा शक्ति और छात्रों को पृथक राज्य बनवाने के लिए सड़कों पर आकर संघर्ष करना होगा।
बैठक में प्रदेश सचिव ऋषिपाल गुर्जर, मंडल उपाध्यक्ष सरदार गुरविंदर सिंह बंटी, जिला उपाध्यक्ष वसीम जहीरपुर, जिला संगठन मंत्री सुरेंद्र सिंह एडवोकेट, जिला मंत्री महबूब हसन, हरपाल सिंह, सुधीर चौधरी, अमित चौधरी, जितेंद्र चौधरी, रविंद्र प्रधान, डॉक्टर यशपाल त्यागी, सुभाष शर्मा, अखिल शर्मा, हाजी साजिद, हाजी सुलेमान, सुभाष त्यागी, नीरज सैनी, अजीत सिंह एडवोकेट, नरेश कुमार एडवोकेट आदि ने भाग लिया।