जयपुर। अरब सागर से उठा चक्रवाती तूफान बिपरजाॅय राजस्थान में भी तबाही मचा सकता है। तूफान की तीव्रता को देखते हुए मौसम विभाग ने कुछ जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में तेज बारिश के अलावा सत्तर किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा का जोर रह सकता है। राजस्थान के करीब पंद्रह जिलों में अलर्ट को देखते हुए जिला प्रशासन ने निचले स्तर तक सावधानी और सतर्कता बरतने के निर्देश जारी कर रखे हैं। राजस्थान में संभवतः यह पहली बार होगा कि जब जून में तूफानी चक्रवात का बड़ा खतरा बना हुआ है।
मौसम विभाग की मानें तो 15 जून की शाम से मौसम में बड़ा बदलाव दिखाई देगा और 16 व 17 जून को चक्रवाती तूफान का सबसे ज्यादा असर दिखाई देगा। इसके चलते बाड़मेर, जैसलमेर, जालोर, पाली, सिरोही, उदयपुर और जोधपुर के कुछ इलाकों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक आर. एस. शर्मा के अनुसार चक्रवात का असर 15 जून से शुरू होगा, जो 19 जून तक बना रह सकता है। सबसे ज्यादा असर 16 से 18 जून तक दिखाई देगा। इसमें भी 16 व 17 जून को जोधपुर और उदयपुर संभाग के जिलों में भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना बनी हुई है। जबकि बाड़मेर, जालोर, सिरोही और आसपास के इलाकों में अति भारी बारिश और तेज हवाओं का रेड अलर्ट जारी किया है।
राजस्थान में चक्रवाती तूफान की स्थिति को देखते हुए मारवाड़ क्षेत्र में जिला कलक्टरों ने सुरक्षा और सतर्कता बरतने की अपील जारी कर दी है। पंचायत स्तर तक नियंत्रण कक्ष स्थापित कर दिए हैं ताकि किसी भी प्रकार की आपदा से निपटा जा सके। बाड़मेर, जोधपुर, पाली, जालोर और सिरोही जिला कलक्टर ने तेज आंधी अंधड़ व मेघ गर्जन के दौरान आमजन से घरों के अन्दर रहने, बड़े पेड़ों के नीचे खड़े ना होने, कच्ची दीवारों के पास खड़े नहीं होने, पशुओं को पेड़ से नहीं बांधने, घर में बिजली के उपकरणों का संपर्क हटा देने, बिजली के खंभों के पास व नीचे दुपहिया व चार पहिया वाहन खड़ा नहीं करने, जिन घरों में टीन शेड है उनके गेट बंद रखने, बड़े होर्डिंग्स लगे स्थानों से दूर रहने, विद्युत खंभों तारों व ट्रांसफार्मर आदि से पर्याप्त दूरी बनाए रखने सहित अन्य सावधानियां बरतने की अपील की है।
तूफान की भयावहता को देखते हुए सिरोही, बाड़मेर, जालोर समेत आठ से ज्यादा जिलों के लिए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने भारी बारिश से बचाव की तैयारियां शुरू कर दी है। विशेषज्ञों के मुताबिक ये चक्रवात कल दोपहर या शाम के बाद गुजरात-पाकिस्तान के तटों से टकराएगा। गुजरात में धरातल पर टकराने के बाद ये कमजोर पड़ेगा। आगे बढ़ता हुआ राजस्थान में प्रवेश करेगा। हालांकि राजस्थान में आते-आते ये साइक्लोन लो-प्रेशर एरिया में तब्दील होगा। इसके कारण यहां स्पीड से तेज हवाएं चलेगी। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक साइक्लोन ने जो थोड़ा घुमाव लिया है उसके कारण इसकी दिशा अब पाकिस्तान की तरफ भी हो गई है। इस कारण कराची और गुजरात से लगते हिस्सों में इसका असर ज्यादा होगा। यही कारण है कि अब राजस्थान के बाड़मेर, जालोर जिलों में 16 और 17 जून को भारी से अतिभारी बारिश होने के आसार है। यहां जिला प्रशासन ने सिविल डिफेंस और एसडीआरएफ को तैयारियां रखने के निर्देश दिए हैं।
मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि 16 जून को जालोर, बाड़मेर, जोधपुर और जैसलमेर जिलों में भारी बारिश होने की आशंका है, जिसे देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जबकि इसी दिन बीकानेर, पाली और सिरोही जिलों के लिए यलो अलर्ट है। 17 जून को जालोर, बाड़मेर, जोधपुर, जैसलमेर के अलावा सिरोही, पाली, नागौर और बीकानेर जिलों के लिए भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों के अलावा उदयपुर, राजसमंद, भीलवाड़ा, अजमेर और चूरू जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।