नोएडा। गौतमबुद्ध नगर का स्वास्थ्य विभाग नवजात बच्चांे का जन्म होते ही जन्म प्रमाण-पत्र बनाकर दे रहा है। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा के आदेश पर यह शुरुआत की गई है।
परिजनों की सुविधा और जनपद में जन्म के बाद 100 फीसदी पंजीकरण को सुनिश्चित करने के लक्ष्य रखा गया है। अभियान की शुरूवात गवर्नमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (जिम्स) से की गई है। जिम्स में जन्मे एक बच्चे के माता पिता को जन्म प्रमाण-पत्र सौंपा गया।
गवर्नमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (जिम्स) के निदेशक डॉक्टर (ब्रिगेडियर रिटायर्ड) आरके गुप्ता ने बताया कि ग्रेटर नोएडा में बच्चे के जन्म के बाद वार्ड में बेड पर ही जन्म प्रमाण-प्राप्त देने की शुरुआत शुरू हो गई है। उन्होंने बताया कि अब यहां पैदा होने वाले बच्चों को बेड पर ही जन्म प्रमाण-पत्र दिया जाएगा।
सीएमओ डॉ. सुनील कुमार ने बताया कि सीएचसी बिसरख और सीएचसी दादरी पर भी इसी तरह जन्म-प्रमाण पत्र तैयार कर परिजनों को सौंपा जा रहा है। जिला अस्पताल के अलावा दूसरे चिकित्सा संस्थानों में भी इसी तरह प्रमाण-पत्र बनाकर दिए जाएंगे।
सीएमओ का कहना है कि इस सुविधा से जन्म प्रमाण-पत्र बनवाने के लिए अब परिजनों को परेशान नहीं होना होगा। अभी जन्म के बाद प्रमाण-पत्र के लिए अस्पताल या सीएमओ कार्यालय में बाद में संपर्क करना होता था। कई बार परिजन प्रमाण-पत्र नहीं भी बनवा पाते थे। इससे वे बेवजह परेशान होते थे।