नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी का कहना है कि दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति के चुनाव में भाजपा के कुछ पार्षदों ने अरविंद केजरीवाल से प्रभावित होकर उन्हे वोट दिया है। शुक्रवार को स्थायी समिति के चुनाव में पड़े वोटों की गिनती के बाद विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा के पांच पार्षदों ने आम आदमी पार्टी को वोट दिया है। उनका कहना है कि स्थायी समिति के चुनाव में आम आदमी पार्टी के पास 133 वोट थे, मगर हमें 138 वोट मिले।
शुक्रवार को दिल्ली नगर निगम की स्थायी समितियों के चुनाव को लेकर सदन में मतदान हुआ। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि स्थायी समिति के चुनाव में आम आदमी पार्टी को 138 वोट मिले हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी को कम वोट मिले हैं। आम आदमी पार्टी के एमसीडी चुनाव में 134 पार्षद चुनाव जीत कर आए थे। जिसमें एक पार्षद पवन सेहरावत शुक्रवार सुबह भाजपा में शामिल हो गए। अब आम आदमी पार्टी के पास 133 पार्षदों के वोट होने चाहिए थे। लेकिन जब स्थायी समिति के चुनाव में पड़े मतों की गिनती हुई, तो पता चला कि आम आदमी पार्टी के पक्ष में 138 वोट मिले हैं। अर्थात 5 वोट ऐसे हैं, जो आम आदमी पार्टी के नहीं थे, लेकिन पार्षदों ने आम आदमी पार्टी को दिया है।
चूंकि कांग्रेस ने स्थायी समिति के चुनाव में हिस्सा नहीं लिया है, उनका कहना है कि इससे साफ है कि कई ऐसे पार्षद हैं, जो भाजपा से चुनाव जीते और अभी भी भाजपा में हैं, मगर उन्हें अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी पसंद आई और उन्होंने आम आदमी पार्टी को वोट दिया। यह अरविंद केजरीवाल की ईमानदार राजनीति की बड़ी जीत है।
स्थायी समिति के चुनाव में पड़े मतों की दोबारा गिनती शुरू होने पर विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि कुछ लोगों ने गिनती पर आपत्ति उठाई थी। इसलिए मेयर शैली आबेरॉय ने दोबारा से गिनती कराने के लिए कहा है। लेकिन, अब भारतीय जनता पार्टी के पार्षद सदन में हंगामा कर रहे हैं, क्योंकि वे अब दोबारा गिनती कराने से भी डर रहे हैं और भाजपा के पार्षद संवैधानिक कार्य को करने में अड़चन डाल रहे हैं। आज यह सारे देश के सामने है कि भारतीय जनता पार्टी ही टूट रही है। भाजपा के लोग कहते थे कि आम आदमी पार्टी के पार्षद भाजपा के संपर्क में है।