मुजफ्फरनगर। लोकसभा चुनाव 2024 में देश की सबसे हॉट सीटों में शुमार मुजफ्फरनगर संसदीय क्षेत्र से भाजपा का विजय रथ रोकने के साथ ही कई इतिहास रचते हुए सांसद निर्वाचित हुए सपा के राष्ट्रीय महासचिव हरेन्द्र मलिक ने कहा कि उनकी जीत के कई बड़े कारण रहे हैं, लेकिन इसमें विशेष तौर पर भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी चरण सिंह की दुआ और जयंत चौधरी का चुनाव प्रचार के दौरान मतदाताओं के लिए किया गया एक खास इशारा भी बड़ी भूमिका निभाने वाला साबित हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके चुनाव के लिए सपा संगठन पूरी तरह से एकजुट रहा और कांग्रेस के साथियों ने भी मिलकर काम किया है। जो पार्टी एकजुट रहती है, जीत उसी की होती है।
उन्होंने इस जीत को उनकी नहीं, बल्कि की सपा की जीत बताते हुए कहा कि प्रत्याशी केवल एक मोहरा होता है, वोट पार्टी के नाम पर ही मिलते हैं। शहर के महावीर चौक स्थित समाजवादी पार्टी कार्यालय पर गुरूवार को आयोजित प्रेस वार्ता में पार्टी नेताओं के बीच पहुंचे सांसद हरेन्द्र मलिक का स्वागत किया गया।
यहां मीडिया से मुखातिब हुए नवनिर्वाचित सांसद हरेन्द्र मलिक ने कहा कि इस बार चुनाव के लिए मुजफ्फरनगर का हर एक मतदाता जागरूक रहा और साइलेंट वोटिंग करते हुए मुझ पर विश्वास व्यक्त करने का काम किया। सपा का पूरा संगठन एकजुट रहा, बूथ कमेटियों ने अच्छा काम करके दिखाया। जब भी कोई पार्टी इस तरह से चुनाव में एकजुट होती है तो जीत दर्ज कराती है। उनकी जीत भी व्यक्तिगत नहीं है, बल्कि ये पार्टी की जीत है क्योंकि चुनावी बिसात पर प्रत्याशी केवल एक मोहरा होता है, वोट पार्टी के नाम पर ही मिलते हैं।
उन्होंने कहा कि इस चुनाव में हमारे लिए मीडिया का सहयोग न होता तो हमें बड़ी दिक्कत हो सकती थी। मतदान के दिन दर्जनों दरोगाओं ने बूथ कैप्चरिंग कराने का पूरा प्रयास किया, लेकिन बूथ पर तैनात हमारे कार्यकर्ता अडिग रहे। हमारी हर शिकायत पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने निष्पक्ष रहते हुए त्वरित कार्यवाही की, इसके लिए प्रशासन के अफसरों की कार्यप्रणाली की हम सराहना करते हैं। उनका आरोप था कि चुनाव खत्म होने के बाद भी कुछ दरोगा लोगों को डरा और धमकाकर माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। यह मामला आला अफसरों के संज्ञान में हैं, हम उनसे अपील करते हैं कि अफसर ऐसे दरोगाओं पर कार्यवाही करे, ताकि शांति कायम रह सके।
नवनिर्वाचित सांसद हरेंद्र मलिक ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह सभी के सांसद हैं और कोई किसी भी दल का कार्यकर्ता हो सबके काम करूंगा। इसके साथ ही उन्होंने हरिद्वार मार्ग पर पड़ने वाले छपार टोल प्लाजा को हटवाने की बात कही। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार यह टोल टैक्स जजिया कर के तौर पर वसूल रही है। आरोप लगाया कि हरिद्वार में सभी की आस्था है और हरिद्वार में अस्थियां विसर्जन करने के लिए जाते हैं। उनसे भी सरकार छपार टोल प्लाजा पर जजिया कर वसूल करती है।
सांसद हरेन्द्र मलिक ने कहा कि आज भाजपा यूपी में कानून व्यवस्था की बात करती है, ये काम अखिलेश यादव ने अपनी सरकार में किया था। प्रदेश में राहजनी और लूट जैसी वारदातों में गिरावट अखिलेश यादव द्वारा लाई गई डायल-100 सेवा के कारण आई। एम्बुलेंस सेवा 108 अखिलेश ने देकर लोगों को बड़ी राहत प्रदान की। बिजली उत्पादन अखिलेश की सरकार में बढ़ाया गया। हमें अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व पर गर्व है। उनकी नीतियों को जनता ने सराहा है और वोट किया है। अपनी जीत किसान मसीहाओं पूर्व पीएम स्व. चरण सिंह, भाकियू संस्थापक महात्मा महेन्द्र सिंह टिकैत और धरती पुत्र स्व. मुलायम सिंह यादव को समर्पित करते हुए सांसद हरेन्द्र मलिक ने कहा कि यह जीत रालोद अध्यक्ष स्व. अजित सिंह को विनम्र श्रद्धांजलि है।
उन्होंने कहा कि उनकी इस जीत की कहानी में भारत रत्न चौधरी चरण सिंह की दुआ और राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी का वो इशारा भी शामिल है, जो उन्होंने भाजपा प्रत्याशी के चुनाव प्रचार के दौरान यहां की जनता के बीच रहकर किया था। हरेन्द्र ने कहा कि जयंत ने प्रचार में स्पष्ट संदेश दिया था कि मान, सम्मान, प्रतिष्ठा और मर्यादा का अपमान करने वालों को सबक सिखाना है।रालोद के वोटरों ने वैसा ही किया और दिल्ली में अजित सिंह से कोठी खाली कराकर मान, दलित बेटी की मौत का विरोध करने जा रहे जयंत पर लाठी चार्ज कराकर सम्मान, मुजफ्फरनगर में जबरदस्ती अजित सिंह को पराजित कराकर प्रतिष्ठा और 2019 में प्रचार के लिए आई चारूचौधरी पर हमला कराकर मर्यादा छीनने वालों को चरण सिंह वादी विचारधारा के वोटरों ने सबक सिखाकर बदला लेने का काम किया है। यह अहंकार की पराजय है और जनता की जीत है।
श्री मलिक ने कहा कि आज का रालोद चरणसिंहवादियों और आधुनिकतावाद की विचारधारा का मिश्रण बना हुआ है। जयंत ने भाजपा के साथ जाना सही समझा तो वो चले गये। अब यदि भविष्य में जयंत चौधरी सपा के साथ फिर आना चाहेंगे तो इसके लिए हम विचार करने से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि चरण सिंह ने भारतीय राजनीति में जो वटवृक्ष लगाया था, उससे दो शाखाएं निकली थी, एक अजित सिंह और दूसरे मुलायम सिंह, चरण सिंह ने मुलायम सिंह पर हमेशा ही ज्यादा विश्वास व्यक्त किया। ये शाखा सपा और रालोद बनकर राजनीतिक क्षेत्र में जमे हैं। जयंत आज भी सम्मानित नेता हैं। अखिलेश यादव के नेतृत्व में सपा की शाखा ज्यादा बढ़ रही है। मुजफ्फरनगर के इस चुनाव में मेरी जीत के लिए चरण सिंह के वटवृक्ष की इन दोनों शाखाओं का सहयोग मुझे मिला है।
प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से सपा राष्ट्रीय सचिव राकेश शर्मा, जिलाध्यक्ष जिया चौधरी, पूर्व मंत्री राजकुमार यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष श्यामलाल बच्ची सैनी, इलम सिंह गुर्जर, शहर अध्यक्ष पुष्पेन्द्र उर्फ बॉबी त्यागी, गोल्डी अहलावत, सोमपाल भाटी, सलीम मलिक, साजिद हसन, सभासद अब्दुल सत्तार, हसीबुर्रहमान सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।
इसी बीच सपा जिलाध्यक्ष जिया चौधरी ने कहा कि बिजनौर लोकसभा सीट पर सपा प्रत्याशी दीपक सैनी की हार के कारणों के लिए हाईकमान के निर्देश पर विधानसभावार मतदान को लेकर समीक्षा कराई जा रही है। इस सीट पर हमारे जिले से पुरकाजी और मीरापुर विधानसभा सीटों पर सपा प्रत्याशी को मिले कम वोटों को लेकर अगले दो दिनों में समीक्षा कर रिपोर्ट हाईकमान को भेजी जायेगी। उन्होंने कहा कि हरेन्द्र मलिक का अपना जनाधार है और उनके व्यक्तित्व के कारण ही मुजफ्फरनगर में सपा ने जीत दर्ज कराई है, इस सीट के चुनाव परिणाम पर पूरे देश की निगाह लगी हुई थी। जिया ने कहा कि मीडिया ने हमारी बातों को जनता तक पहुंचाने के लिए जिस ईमानदारी से काम किया है, उसी का परिणाम है कि आज सपा देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है और अखिलेश यादव के नेतृत्व में सपा ने लोकसभा चुनाव में यूपी में सबसे बड़ा प्रदर्शन करते हुए 37 सीटों को जीतने का काम किया है। हम मीडिया और मतदाताओं का आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि हरेन्द्र मलिक के पार्टी में आने के बाद जिले में सपा का जनाधार बढ़ा है।
जयंत हमारे साथ आयेंगे तो विचार किया जायेगा: हरेन्द्र मलिक
मुजफ्फरनगर। सांसद हरेन्द्र मलिक ने कहा कि आज का रालोद चरणसिंहवादियों और आधुनिकतावाद की विचारधारा का मिश्रण बना हुआ है। जयंत ने भाजपा के साथ जाना सही समझा तो वो चले गये। अब यदि भविष्य में जयंत चैधरी सपा के साथ फिर आना चाहेंगे तो इसके लिए हम विचार करने से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि चरण सिंह ने भारतीय राजनीति में जो वटवृक्ष लगाया था, उससे दो शाखाएं निकली थी, एक अजित सिंह और दूसरे मुलायम सिंह, चरण सिंह ने मुलायम सिंह पर हमेशा ही ज्यादा विश्वास व्यक्त किया। ये शाखा सपा और रालोद बनकर राजनीतिक क्षेत्र में जमे हैं। जयंत आज भी सम्मानित नेता हैं। अखिलेश यादव के नेतृत्व में सपा की शाखा ज्यादा बढ़ रही है। मुजफ्फरनगर के इस चुनाव में मेरी जीत के लिए चरण सिंह के वटवृक्ष की इन दोनों शाखाओं का सहयोग मुझे मिला है।