लखनऊ। उत्तर प्रदेश में होने वाले निकाय चुनाव की भाजपा ने बड़े जोर शोर से तैयारी शुरू कर दी है। पार्टी ने ज्यादा से ज्यादा सीट जीतने का लक्ष्य रखा है। पार्टी इस चुनाव में मुस्लिमों को टिकट देने से भी परहेज नहीं करेगी। ऐसे संकेत पार्टी के प्रदेश मुखिया भूपेंद्र चौधरी ने दिए हैं।
भाजपा ने निकाय चुनाव की नगर निगमों के साथ ही तमाम बड़ी नगर पालिका और नगर पंचायतें जीतने का लक्ष्य रखा है। इसमें अल्पसंख्यकों का भी सहयोग लिया जाएगा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि पार्टी निकाय चुनाव में मुस्लिम प्रत्याशियों को भी टिकट देगी। उन्होंने कहा कि पार्टी जीत के मंत्र के साथ चुनाव मैदान में उतरेगी, ऐसे में जहां चुनाव जीतने के लिए अनुकूल परिस्थिति होगी वहां मुस्लिम प्रत्याशी को भी टिकट दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकार के काम और संगठन की शक्ति के बूते पार्टी इस लक्ष्य को पाने के लिए जुटेगी। निकाय चुनाव के लिए पर्यवेक्षक व प्रभारी पहले ही नियुक्त किए जा चुके हैं। इनमें थोड़ा बदलाव होगा। आरक्षण तय होते ही भाजपा प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया तेज कर देगी। निकाय चुनाव के चलते पार्टी ने जिलाध्यक्षों के बड़े फेरबदल को भी फिलहाल टाल दिया है।
चौधरी ने कहा कि सपा ने निकाय चुनाव को टालने के लिए हर संभव षड्यंत्र किया, लेकिन योगी सरकार के प्रयास से ओबीसी आरक्षण के साथ चुनाव कराए जाएंगे।
चौधरी का कहना है कि पार्टी को सभी 17 नगर निगम समेत सभी बड़ी नगर पालिकाएं जीतना है। जिला प्रभारी जिलों में प्रत्याशी के लिए चयन करेंगे। नगर पंचायत के सभासद और अध्यक्ष, नगर पालिका परिषद के टिकट जिला स्तरीय कोर कमेटी की संतुति पर क्षेत्रीय कार्यालय से तय किए जायेंगे। वहीं नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष और नगर निगम महापौर के प्रत्याशी का चयन क्षेत्रीय कोर कमेटी की संस्तुति के बाद प्रदेश मुख्यालय से तय होंगे।
उन्होंने कहा कि पार्टी को निकाय चुनाव में सीटों और वाडरें के आरक्षण घोषित होने का इंतजार है। आरक्षण घोषित होते ही मंडल स्तर पर नगर निकाय संयोजक, मंडल अध्यक्ष और मंडल प्रभारी प्रत्याशी चयन के होमवर्क में जुट जाएंगे।