नई दिल्ली। नई दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की घोषणा ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। बीजेपी जो अब तक केजरीवाल पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर उन पर इस्तीफे का दबाव बना रही थी, अब नए सिरे से अपनी रणनीति पर विचार करने के लिए मजबूर हो गई है। हाल ही में बीजेपी विधायकों ने राष्ट्रपति से मुलाकात कर दिल्ली विधानसभा को भंग करने की मांग की थी। लेकिन केजरीवाल ने विधानसभा भंग करने के बजाय सरकार से इस्तीफा देकर एक नया मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लिया है। इस अप्रत्याशित कदम ने बीजेपी को नई रणनीति की तलाश में डाल दिया है, ताकि वे केजरीवाल के इस नए राजनीतिक दांव का मुकाबला कर सकें।
दिल्ली की सियासत में सबसे ज्यादा गर्म मुद्दा एलजी और अफसरों के साथ आम आदमी पार्टी सरकार की खींचतान का रहा है। नया सीएम बनने के बाद वर्चस्व की इस लड़ाई के दांव-पेच भी बदल सकते हैं। चूंकि अब बीजेपी के लिए सीधे तौर पर अरविंद केजरीवाल को घेरना आसान नहीं होगा, ऐसे में बीजेपी अब भावी सीएम को लेकर AAP को घेरने की कोशिश करेगी।