जयपुर। पार्टी पदाधिकारियों के अनुसार राजस्थान में अब किसी भी भाजपा नेता को संगठन की अनुमति के बिना विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस आशय का निर्णय रविवार को राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा के नेतृत्व में युद्ध विधवाओं के विरोध के दौरान पार्टी के गुटों के खुलकर सामने आने के बाद भाजपा के दिग्गजों की बंद कमरे में हुई बैठक में लिया गया। अगर कोई अपनी मर्जी से विरोध करता है, तो पार्टी उसके साथ खड़ी नहीं होगी।
राजस्थान पुलिस द्वारा विरोध स्थल से उठाई गई युद्ध विधवाओं से मिलने की कोशिश करने के लिए मीना को हिरासत में लिए जाने के बाद कठोर निर्णय लिए गए।
पार्टी के नेता पुलवामा युद्ध की विधवाओं और राजस्थान के सांसदों के अपमान के खिलाफ खुलकर सामने आए।
मौके पर प्रदर्शनकारी दो गुटों में बंटे नजर आए, जो भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया व मीणा के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे।
साथ ही पथराव किया और वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। हालांकि, भाजपा नेताओं ने दावा किया कि पार्टी के बाहर के असामाजिक तत्वों ने इस तरह की गुंडागर्दी की थी। इस बीच जांच जारी है।