लखनऊ। फिल्म अभिनेत्री और मंडी लोकसभा सीट से भाजपा सांसद कंगना रनौत अपनी आगामी फिल्म ‘इमरजेंसी’ को लेकर चर्चा में हैं। फिल्म 6 सितंबर को रिलीज होने वाली है, लेकिन कंगना के एक बयान की जमकर आलोचना हो रही है जो उन्होंने फिल्म प्रमोशन के दौरान एक पॉडकास्ट में दिया था। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने भाजपा को कंगना को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित करने की नसीहत दी है।
उन्होंने कहा, “कंगना रनौत किसान परिवार से नहीं आती हैं। उन्हें किसान परिवार के पास जाकर अपने बयानों के लिए माफी मांगनी चाहिए।” दरअसल, कंगना रनौत ने एक पॉडकास्ट के दौरान कहा था कि किसान आंदोलन में रेप हुए, अगर केंद्र में भाजपा का शीर्ष नेतृत्व नहीं होता तो यहां बांग्लादेश जैसे हालात बनने में ज्यादा समय नहीं लगता। कंगना के इस बयान के बाद से उन्हें रेप और जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। वहीं, भाजपा ने भी उन्हें इस तरह के बयान न देने के लिए आगाह किया है। कंगना ने इस मामले के बाद दिल्ली आकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा से मुलाकात की।
वहीं, कंगना का पूरा फोकस अब अपनी फिल्म को लेकर है। लेकिन, उनके बयान के बाद फिल्म ‘इमरजेंसी’ के खिलाफ मुहिम शुरू हो गई है। कंगना ने 30 अगस्त को एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया। उन्होंने कहा कि उनकी फिल्म को सेंसर से सर्टिफिकेट नहीं मिला है। उन्होंने कहा, “कई तरह की अफवाहें उड़ रही हैं कि हमारी फिल्म को सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट मिल गया है। हमारी फिल्म क्लियर हो गई है, लेकिन उसका सर्टिफिकेशन रोक लिया गया है क्योंकि बहुत ज्यादा धमकी मिल रही है। सेंसर बोर्ड वालों को भी धमकी मिल रही है।”
सांसद ने कहा कि फिल्म की टीम पर दबाव है कि इंदिरा गांधी की मौत न दिखाएं, जरनैल सिंह भिंडरावाले को न दिखाएं, पंजाब दंगों के सीन न दिखाएं। उन्होंने कहा, “फिर दिखाएं क्या। मुझे माफ करें, मेरे लिए यह समय और पैदा हुए इस हालात पर विश्वास कर पाना कठिन हो गया है। इस देश के एक राज्य में यह सब हो रहा है।”