बिजनौर। मुरादाबाद मण्डल में सपा व रालोद का गठबंधन टूटने की घोषणा के बाद चुनावी समीकरण काफी बदल सकते हैं, जिसका लाभ भाजपा को मिलने के आसार हैं।
जनपद बिजनौर मुस्लिम बाहुल्य होने के कारण दो-तीन सीटों को छोड़कर 15 से 16 पालिका अध्यक्ष गैर भाजपा ही होते हैं। इनमें सभी में मुस्लिम अध्यक्ष ही हैं। रालोद का प्रभाव जाट वोटों पर ही है, वह भी शहरों में नहीं के बराबर। रालोद इसीलिए अलग लड़ने पर मुस्लिम प्रत्याशी पर दांव लगा रही है।
वहीं भाजपा ने 18 में 16 सीट घोषित की है, जिसमें पांच उम्मीदवार मुस्लिम हैं। ऐसा पहली बार है जब भाजपा ने 18 सीटों में पांच मुस्लिमों को टिकट दिया है।
अफजलगढ़ में पूर्व अध्यक्ष की पत्नी खाजिता को टिकट दिया है। खाजिता के पति जनपद में एकमात्र भाजपा मुस्लिम अध्यक्ष रहे हैं। अब महिला सीट होने के कारण भाजपा ने फिर इनकी पत्नी पर दांव लगाया है।
वहीं मण्डावर पंचायत से मौहम्मद अजमल, जलालाबाद पंचायत से फिरोजा खातून, सहसपुर पंचायत से निशा परवीन तथा साहनपुर पंचायत से तासिम राइन को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है। देखना होगा कि भाजपा का ये दांव कितना कामयाब होता है।