नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के नीट-यूजी परीक्षा रद्द करने की मांग खारिज किए जाने के फैसले पर भाजपा ने संतोष जताया है। नीट को लेकर विपक्ष के रवैये पर निशाना साधते हुए भाजपा उनसे देश से माफी मांगने की मांग की है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा कि विपक्ष के नीट परीक्षा को लेकर दिए बयानों से छात्रों में अविश्वास का माहौल बना और विश्व में छवि खऱाब हुई। विपक्ष की इस रवैये की भाजपा ने भर्त्सना की है।
बुधवार को अपने आवास में प्रेसवार्ता में पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के चार दिन बाद देश के सामने कुछ तथ्य रखना जरूरी है। करीब 23.5 लाख छात्रों ने आवेदन किया था और उन्हें नीट परीक्षा के लिए बैठाया गया था। इसमें 571 शहरों में परीक्षाएं आयोजित की गईं। सीबीआई जांच के बाद जिम्मेदार छात्रों पर कार्रवाई की गई। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को स्पष्ट कहा कि अब दोबारा परीक्षा कराने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि इसके कारण बहुत समस्या उत्पन्न होगी, बच्चों का सेशन गड़बड़ होगा। जिन्होंने ईमानदारी से परीक्षा दी है, उनका भविष्य अंधकार में जाएगा। जो एससी, एसटी और ओबीसी रिजर्वेशन के बच्चे हैं, उन्हें परेशानी होगी। इसलिए कोर्ट ने कहा कि हम परीक्षा रद्द नहीं करेंगे।
भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने विपक्ष से सवाल किया कि जब इतनी ईमानदारी से काम हुआ है, तो राहुल गांधी क्यों इस परीक्षा को लेकर भ्रम फैला रहे थे, क्या ये भारत की परीक्षा व्यवस्था को दुनिया में बदनाम करना चाहते हैं। क्या राहुल गांधी माफी मांगेंगे। उन्होंने कहा कि विपक्ष को, खासकर राहुल गांधी को होम वर्क करके अपने बयान देने चाहिए। राहुल गांधी का बयान गैरजिम्मेदाराना है, जिसकी भाजपा भर्त्सना करती है।