पटना। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के जातीय गणना की आलोचना करने वालों पर दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने मंगलवार को कहा कि लालू प्रसाद सही मायने में बिहार की राजनीति में कैंसर हैं। वे भ्रष्टाचार के प्रतीक हैं और कुछ भी नहीं।
चौधरी ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि बिहार की राजनीति में कोई एक व्यक्ति यदि राजनीति का कैंसर बन गया है तो उसका नाम है लालू प्रसाद और उसका बचाव नीतीश कुमार कर रहे हैं। एक समय था जब नीतीश कुमार ने चारा घोटाला में उन्हें जेल भिजवाया और आज भी लैंड फॉर जॉब मामले में वे कोर्ट का चक्कर लगा रहे हैं। भाजपा ने दोनों का इलाज शुरू कर दिया है।
उन्होंने दावा किया कि बिहार में आगामी सरकार भाजपा की बनेगी, दोनों सत्ता से बाहर हो जाएंगे और केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनी रहेगी। लालू प्रसाद जंगल राज और गुंडाराज के प्रतीक हैं और उन्हें सजा दिला नीतीश कुमार ने यह साबित कर दिया। प्रदेश में अव्यवस्था फैलाने वाले तंत्र का नाम लालू प्रसाद है।
उन्होंने कहा कि यह कोई आज की बात नहीं है, जातीय उन्माद उनका शौक है, जिसे वह 1990 से अंजाम देते आ रहे हैं। वे 2015 के चुनाव में उन्होंने बैकवर्ड , फॉरवर्ड का नारा देकर समाज को बांट दिया। अब बिहार की जनता सब समझ गई है।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को लालू प्रसाद ने सोशल साइट एक्स पर लिखा था कि जातिगत जनगणना के विरुद्ध जो भी लोग है वो इंसानियत, सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक बराबरी तथा समानुपातिक प्रतिनिधित्व के ख़िलाफ हैं। ऐसे लोगों में रत्तीभर भी न्यायिक चरित्र नहीं होता है।
उन्होंने आगे लिखा कि किसी भी प्रकार की असमानता एवं गैरबराबरी के ऐसे समर्थक अन्यायी प्रवृत्ति के होते हैं जो जन्म से लेकर मृत्यु तक केवल और केवल जन्मजात जातीय श्रेष्ठता के आधार एवं दंभ पर दूसरों का हक खाकर अपनी कथित श्रेष्ठता को बरकरार रखना चाहते है। कैंसर का इलाज सिरदर्द की दवा खाने से नहीं होगा।