लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की रणनीति विपक्षी नेताओं को बदनाम और अपमानित करने की है।
पार्टी मुख्यालय में समाजवादी बाबा साहेब अम्बेडकर वाहिनी, समाजवादी अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ, समाजवादी अल्पसंख्यक सभा, समाजवादी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय, प्रदेश एवं जिलों के पदाधिकारियों की बैठक में श्री यादव ने कहा कि यह समय लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए संघर्ष करने का है। भाजपा की रणनीति विपक्षी नेताओं को बदनाम और अपमानित करने की है मगर यह सुनिश्चित है कि पीडीए ही एनडीए का हराएगा। तभी सामाजिक न्याय स्थापित हो सकता है। हमारी एकजुटता ही भाजपा को केन्द्र से बेदखल करेगी।
उन्होने कहा कि भाजपा आरक्षण की व्यवस्था को तहस नहस करने पर तुली है। इंडिया गठबन्धन को मजबूत करने की जिम्मेदारी समाजवादी पार्टी पर है। संवैधानिक संस्थाओ का निष्पक्ष और सशक्त बनाना जरूरी हैं।
सपा मुखिया ने सभी पदाधिकारियोें तथा कार्यकर्ताओं से लोकसभा चुनाव में सभी को प्रत्येक सप्ताह में पांच दिन लोकतंत्र को बचाने के लिए देने का आव्हान किया।
यादव ने कहा कि भाजपा इस समय सबसे कमजोर स्थिति में है। वह संवैधानिक संस्थाओं को अपने प्रकोष्ठ की तरह प्रयोग कर रही है। लोकसभा का यह चुनाव नौजवानों, किसानों के भविष्य को बचाने का चुनाव है। इस चुनाव में एक तरफ समाजवादी लोग हैं जो संविधान और लोकतंत्र के रक्षक है। दूसरी तरफ भाजपा है जो संविधान की भक्षक है। संविधान खत्म करना चाहती है।
उन्होने कहा कि देश में महंगाई, बेरोजगारी चरम पर है। भाजपा सरकार में महिलाएं, बच्चियां सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं। पढ़ा लिखा नौजवान बेरोजगार है। भाजपा ने निवेश और ग्राउन्ड सेरमनी के नाम पर झूठे दावे किए। यूपी में कही निवेश जमीन पर नहीं दिखाई दे रहा है। प्रधानमंत्री जी यूपी से चुनकर जाते हैं लेकिन निवेश गुजरात में कराते है। उद्योगपति यूपी में निवेश को तैयार नही है।
भाजपा विपक्षी दल के विधायकों को लालच देकर प्रलोभन और पैकेज देकर तोड़ रही है। भाजपा विधायक खरीद सकती है। लोकसभा चुनाव में जनता भाजपा का सफाया कर देगी। उन्होंने कहा है कि जो विधायक धोखा देकर गये हैं वे धोखेबाज है। जब क्षेत्रों में जाएगें तब जनता इनसे हिसाब करेगी।
बैठक में पूर्व मंत्री रामगोविन्द चौधरी एवं राजेंद्र चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल तथा राजेन्द्र कुमार विधायक विशेष रूप से उपस्थित थे।