नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के कई इलाकों में गुरुवार रात ब्लैकआउट कर दिया गया। इसके साथ ही सायरन भी बजने लगे। इस दौरान प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे घरों के भीतर ही रहें और सतर्क रहें। उल्लेखनीय है कि भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के दौरान गुरुवार सुबह भारत ने पाकिस्तान की ओर से आए कई रॉकेटों को नष्ट कर दिया था। पाकिस्तान ने भारत के 15 शहरों को निशाना बनाने की कोशिश की थी, लेकिन भारतीय सेना ने सभी हमलों को नाकाम कर दिया। आर्मी की अधिकारी कर्नल कुरैशी और वायु सेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि पाकिस्तान ने 7-8 मई की रात ड्रोन और मिसाइलों की मदद से भारत के कई सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की। जिन शहरों को निशाना बनाने की कोशिश की गई, उनमें अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भटिंडा, चंडीगढ़, नल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज शामिल हैं। हालांकि, भारत की एकीकृत काउंटर-यूएएस ग्रिड और मजबूत वायु रक्षा प्रणालियों ने इन हमलों को पूरी तरह नाकाम कर दिया।
विभिन्न ठिकानों पर बरामद मलबे ने यह स्पष्ट कर दिया कि ये हमले पाकिस्तानी क्षेत्र से ही किए गए थे। अधिकारियों ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने गुरुवार को जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के कई स्थानों पर स्थित वायु रक्षा रडार और प्रणालियों को सफलतापूर्वक निशाना बनाया। लाहौर में एक वायु रक्षा प्रणाली को नष्ट किया गया है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी सेक्टरों में अकारण और उकसावे वाली गोलाबारी की, जिसमें मोर्टार और भारी तोपों का इस्तेमाल किया गया। इस हिंसक कार्रवाई में तीन महिलाओं और पांच बच्चों सहित कुल 16 निर्दोष नागरिकों की मृत्यु हुई है। भारतीय सेना ने इस अकारण गोलीबारी का उपयुक्त और संतुलित जवाब दिया है। इससे पहले भारत ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकवादियों के नौ ठिकानों पर हवाई हमले किए थे। बताया जा रहा है कि इन हमलों में करीब 100 आतंकवादियों की मौत हुई थी।