आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा में ऐतिहासिक धरोहर पर बुलडोजर की कार्रवाई को लेकर सियासत गरमा गई है। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आगरा में औरंगजेब की हवेली मुबारक मंजिल को लेकर केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय से वैधानिक कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और इस ऐतिहासिक धरोहर के संरक्षण और पुनर्निर्माण की आवश्यकता जताई।
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अखिलेश यादव ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर इस मामले को लेकर एक पोस्ट की। उन्होंने लिखा, “आगरा में अवैध रूप से गिरायी गयी ऐतिहासिक धरोहर के मामले में हमारी संस्कृति मंत्रालय और भारतीय पुरातत्त्व विभाग से निम्नलिखित मांगें हैं। सभी दोषियों के विरुद्ध मामला दर्ज़ कराएं और वैधानिक रूप से दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करें। प्रशासनिक स्तर पर जो लापरवाही हुई है, उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई हो। जो हिस्सा खंडित हो गया है, उसके पुनर्निर्माण (रेस्टोरेशन) का काम तुरंत शुरू किया जाए। जो शेष बचा है, उसका संरक्षण सुनिश्चित किया जाए।” सपा अध्यक्ष ने आगे कहा कि भाजपा के शासन में न तो इतिहास बच रहा है और न ही भविष्य बनाया जा रहा है।
क्या है मामला?
आगरा में ऐतिहासिक इमारत मुबारक मंजिल, जिसे औरंगजेब की हवेली कहा जाता है, को एक बिल्डर ने बुलडोजर से तोड़ दिया। इस इमारत का लगभग 70% हिस्सा ध्वस्त हो गया है। यह इमारत 17वीं सदी के मुगल इतिहास की धरोहर थी, जिसे औरंगजेब ने सामोगढ़ की लड़ाई में जीत के बाद बनवाया था। इस हवेली का औरंगजेब के बाद शाहजहां, शुजा और ब्रिटिश अफसरों ने भी इस्तेमाल किया था।
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इमारत को गिराए जाने से आसपास के लोग आक्रोशित हैं। राज्य पुरातत्व विभाग ने सितंबर में मुबारक मंजिल के संरक्षण का नोटिफिकेशन जारी किया था, और दो सप्ताह पहले इसके निरीक्षण के लिए अधिकारी भी आए थे। लेकिन कुछ दिनों बाद ही इस इमारत को तोड़ने का काम शुरू कर दिया गया और बुलडोजर से गिरा दिया गया।
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यह मामला अब सियासी तूल पकड़ चुका है और अखिलेश यादव समेत अन्य विपक्षी दलों ने इस कार्रवाई को लेकर भाजपा सरकार पर हमला बोला है।