Saturday, January 4, 2025

सरकार किसानों के कल्याण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध : मोदी

नयी दिल्ली-प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नव वर्ष में केन्द्रीय मंत्रिमंडल की पहली बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णयों का उल्लेख करते हुए बुधवार को दोहराया कि सरकार किसानों के कल्याण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

श्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “ हमारी सरकार किसानों के कल्याण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। हमें अपने सभी किसान बहनों और भाइयों पर गर्व है जो हमारे देश को भोजन उपलब्ध कराने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। 2025 की पहली कैबिनेट बैठक हमारे किसानों की समृद्धि बढ़ाने के लिए समर्पित है। मुझे खुशी है कि इस संबंध में महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये हैं।”

उल्लेखनीय है कि मंत्रिमंडल की बैठक में केंद्र सरकार ने 50 किलोग्राम की डीएपी उर्वरक की बोरी का मूल्य 1350 रुपए निर्धारित करने के साथ साथ प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में किसानों की आवश्यकता के अनुसार संशाेधन करने का फैसला किया है।

मुजफ्फरनगर में लाखों की सिगरेट चोरी का हुआ खुलासा, 50 लाख की नकदी समेत 28 लाख की सिगरेट बरामद

उन्होंने कहा कि इससे जहां अन्नदाताओं की फसलों को और ज्यादा सुरक्षा मिलेगी, वहीं नुकसान की चिंता भी कम होगी।” इस योजना के तहत कुल 69,515.71 करोड़ रुपये का व्यय 2021-22 से 2025-26 तक निर्धारित किया गया है। इसके अलावा, योजना के क्रियान्वयन में पारदर्शिता बढ़ाने और दावों के आकलन तथा सेटलमेंट में बड़े पैमाने पर प्रौद्योगिकी के समावेश के लिए मंत्रिमंडल ने 824.77 करोड़ रुपये के कोष के साथ ‘नवाचार एवं प्रौद्योगिकी कोष’ (एफआईएटी) के निर्माण को भी मंजूरी दी है। इस कोष का इस्तेमाल येस-टेक और विंड्स (डब्ल्यूआईएनडीएस) जैसी योजनाओं के तहत तकनीकी नवाचारों के साथ-साथ अनुसंधान एवं विकास कार्यों के वित्तपोषण में मदद करेगा।

मुज़फ्फरनगर के मुस्लिम मौहल्ले में मिला एक और मंदिर, अब खतौली के इस्लामनगर में मिला !

 

 

येस-टेक प्रौद्योगिकी आधारित उपज अनुमानों के लिए रिमोट सेंसिंग का उपयोग करता है। इसका उद्देश्य उपज अनुमान के लिए कम से कम 30 प्रतिशत वेटेज टेक्नोलॉजी आधारित अनुमान को देना है। वर्तमान में, यह प्रणाली नौ प्रमुख राज्यों—आंध्र प्रदेश, असम, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, तमिलनाडु और कर्नाटक में लागू है। साथ ही अन्य राज्यों को भी इसमें शामिल किया जा रहा है। इसका इस्तेमाल बढ़ने से फसल अनुमान के लिए क्रॉप कटिंग एक्सपेरिमेंट और संबंधित तरीके इतिहास की बात हो जाएंगे।

मुज़फ्फरनगर में पुलिस ने 1.5 वर्ष से वांछित व 25 हजार रुपये के ईनामी बदमाश को किया गिरफ्तार

 

मध्य प्रदेश ने 100 प्रतिशत प्रौद्योगिकी आधारित उपज अनुमान को अपनाया है। इसके अलावा, विंड्स (मौसम सूचना और नेटवर्क डेटा सिस्टम) के तहत ब्लॉक स्तर पर स्वचालित मौसम स्टेशन और पंचायत स्तर पर स्वचालित रेन गेज स्थापित किए जा रहे हैं। नौ प्रमुख राज्यों – केरल, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, पुडुचेरी, असम, ओडिशा, कर्नाटक, उत्तराखंड और राजस्थान में विंड्स को लागू किया जा रहा है। साथ ही जल्दी ही अन्य राज्यों में भी इसे लागू किए जाने पर विचार किया जा रहा है।

 

 

मुज़फ्फरनगर में अवैध कॉलोनियों पर चला प्रशासन का बुलडोजर, माफियाओं में मचा हड़कंप

 

इसके लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 90:10 के अनुपात में उच्च केंद्रीय निधि साझा करने का निर्णय लिया है, ताकि राज्य सरकारों को इसका लाभ मिल सके। केंद्र सरकार ने पूर्वोत्तर राज्यों के किसानों को प्राथमिकता देने के भी प्रयास किए हैं। केंद्र पूर्वोत्तर राज्यों के साथ प्रीमियम सब्सिडी का 90 प्रतिशत हिस्सा साझा करता है। इससे इन राज्यों में किसानों को अधिक लाभ मिलता है।

- Advertisement -

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

Related Articles

STAY CONNECTED

74,684FansLike
5,481FollowersFollow
137,217SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय

error: Content is protected !!