सुबह घड़ी का अलार्म बजते ही आप नींद से उठकर रसोईघर में जाते हैं और आधी नींद में ही कॉफी बनाते हैं या शायद मुंह-हाथ धोकर आप फिर चैन से अपनी कॉफी का सबसे पहला प्याला पीते हैं। यह सुबह का सबसे पहला कॉफी का प्याला आपको दिन का काम शुरू करने की ”ताकत” देता है-कॉफी में आखिर ऐसा क्या है कि यह आपको काम करने की क्षमता देती है।
कॉफी पीने के एक घंटे के बाद आपकी एड्रीनल ग्रंथियां जल्दी से दो रसायन आपके रक्त प्रवाह में डालती हैं। आपका ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर भी बढ़ जाता है लेकिन आपकी नब्ज की रफ्तार तेज नहीं होती और यही वजह है कि आपकी काम करने की क्षमता इस समय सबसे तेज होती है। इस सबका कारण है कॉफी में कैफीन होती है। यह माना जाता है कि एक प्याले कॉफी में लगभग 100 मिलीग्राम कैफीन होती है। हजारों वर्षों से लोग कैफीन का उपयोग कर रहे हैं लेकिन कैफीन केवल कॉफी में ही नहीं और कई खाने की पीने की वस्तुओं में भी पायी जाती है।
चाय में भी कैफीन की काफी मात्रा होती है। चाकलेट में भी कैफीन होती है और कोला नट, जो अमेरिका में काफी मशहूर है, में भी कैफीन पायी जाती है। कोला नट का प्रयोग कोला पेय पदार्थों में होता है। एक चाय के प्याले में लगभग 70 मिलीग्राम कैफीन होती है लेकिन यह बहुत कम लोग जानते हैं कि यदि आप कैफीन नहीं लेना चाहते और आप कोला पेय पदार्थ लेते हैं तो उनमें भी 35 मिलीग्राम कैफीन की मात्रा होती है।
फिर कैफीन कई दवाइयों में भी मिलाई जाती है जैसे सिरदर्द की दवाई, जुकाम और एलर्जी की दवाइयां इत्यादि। इसे कई बार केक व पुडिंग में भी प्रयोग किया जाता है। अब आप जान गये हैं कि न चाहते हुए भी आप काफी मात्रा में कैफीन ले रहे हैं। कई खोजों के अनुसार यह पाया गया है कि कैफीन में कई ऐसे तत्व हैं जो आपको हानि पहुंचा सकते हैं।
तो आइये आपको इसके बारे में कुछ जानकारी दें जिससे कि आपको भी इसके बारे में जागृति आ जाए।
सबसे पहला सवाल यह उठता है कि क्या हम कैफीन के आदी हो सकते हैं?
लगभग 50 प्रतिशत लोग जो रोजाना कॉफी या चाय पीते हैं, इसके आदी हो चुके होते हैं। ये लोग इसके इतने आदी हो जाते हैं कि यदि ये चाय या काफी न लें तो उन्हें अजीब तरह की परेशानियां हो जाती हैं जैसे नींद न आना या सिरदर्द होना, चिड़चिड़ापन आ जाना इत्यादि। यह भी पाया गया है कि जो लोग अधिक कॉफी या चाय पीते हैं वे अनिद्रा की बीमारी का शिकार हो जाते हैं।
ऐसे में यदि आप कैफीन से छुटकारा पाना चाहते हैं तो आप इसे बिलकुल व अचानक बंद न करें। यदि आप दिन में 5-6 प्याले चाय या कॉफी लेते हैं तो बिलकुल बंद कर देने से आपको भयानक सिरदर्द हो सकता है और इस कारणवश आपका मूड भी बिगड़ जाता है और चिड़चिड़ापन आ जाता है। इसलिए आपको धीरे-धीरे इसकी मात्रा कम करनी चाहिये। ऐसा करने से आपको यह सब नहीं झेलना पड़ेगा।
कोई भी चीज अगर सीमा से ज्यादा ली जाए तो नुकसान तो पहुंचायेगी ही लेकिन कैफीन की अधिक मात्रा आपको काफी नुकसान पहुंचाती है। हाथों का कांपना, सिर में दर्द, मानसिक चिड़चिड़ापन, हृदय गति तेज होना इत्यादि इसके दुष्प्रभाव हो सकते हैं वहीं गर्भवती महिलाओं के लिए यह और भी नुकसानदेह है। यह आपके द्वारा बच्चे के रक्त में भी प्रवेश करती है।
इन्हीं सब बातों की जानकारी पाने के बाद वैज्ञानिकों ने खोज करके कैफीन के बिना कॉफी बनानी शुरू कर दी है लेकिन इससे यह न सोचें कि आप बिलकुल कॉफी या चाय पीना बंद कर दें। इससे यह मालूम होता है कि हमें ये सब चीजें सीमित मात्रा में लेनी चाहिये।
– अम्बिका