Sunday, May 19, 2024

कानपुर देहात में लोमहर्षक घटना में एसडीएम समेत 39 पर मुकदमा दर्ज

मुज़फ्फर नगर लोकसभा सीट से आप किसे सांसद चुनना चाहते हैं |

कानपुर देहात। उत्तर प्रदेश में कानपुर देहात जिले के रूरा क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने के दौरान मां-बेटी की जल कर हुयी मौत के मामले में पुलिस ने एसडीएम मैथा, थानाध्यक्ष और लेखपाल समेत 39 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि एसडीएम मैथा ज्ञानेश्वर प्रसाद,लेखपाल अशोक सिंह, एसओ रूरा दिनेश गौतम के अलावा गांव के चार लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है जबकि 32 अन्य अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

उधर, गांव में तनाव के देखते हुये भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। मृतकों के जले हुये शव मौके पर पड़े हैं। परिजन और ग्रामीण मुख्यमंत्री अथवा उपमुख्यमंत्री को बुलाने और सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हैं।
कानपुर देहात में बुधवार को अतिक्रमण हटाये जाने के दौरान आग में जलकर माँ बेटी की मौत हो गई थी।

सूत्रों ने बताया कि कानपुर देहात के मैथा तहसील के मड़ौली गांव निवासी कृष्ण गोपाल दीक्षित के खिलाफ अवैध कब्जा करने की शिकायत थी। सोमवार को उप जिलाधिकारी मैथा ज्ञानेश्वर प्रसाद, पुलिस व राजस्व कर्मियों के साथ गांव में अतिक्रमण हटाने पहुंचे थे।

आरोप है कि टीम ने जेसीबी से नल और मंदिर तोड़ने के साथ ही छप्पर गिरा दिया। इससे छप्पर में आग लग गई और वहां मौजूद प्रमिला (44) व उनकी बेटी नेहा (21) की आग की चपेट में आने से जलकर मौके पर ही मौत हो गई। जबकि कृष्ण गोपाल गंभीर रूप से झुलस गए। घटना की सूचना पर आलाधिकारियों ने मौके पर पहुँच कर सभी को शांत कराया।

पीड़ितों के तहरीर के आधार पर उपजिलाधिकारी समेत 39 लोगों पर हत्या जैसी गम्भीर धाराओं पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मुकदमें में गांव के अशोक, अनिल, निर्मल , विशाल जेसीबी ड्राइबर दीपक के अलावा 10 से 12 सहयोगी जिनका नाम नहीं पता है , उपजिलाधिकारी मैथा ज्ञानेश्वर प्रसाद , कानूनगो, लेखपाल मंडौली अशोक सिंह, तीन अन्य लेखपाल थानाध्यक्ष रूरा दिनेश कुमार गौतम 12 से 15 महिलाएं जो अज्ञात हैं के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।

मृतका प्रमिला दीक्षित के बड़े बेटे शिवम ने पुलिस को दी गयी तहरीर में कहा है कि उसका परिवार करीब सौ साल पहले से पूर्वजों की ओर से लगाए गए बगीचे की जगह पर मकान बनाकर रह रहा था। उसके मां,पिता,बहन व छोटा भाई अंश यहां रहते थे जबकि वह भी अपनी पत्नी के साथ कभी कभी यहां आकर रहता था। तहरीर में लिखा है कि 13 जनवरी को उसके मकान को एसडीएम मैथा के निर्देश पर लेखपाल ने गिरवा दिया था।

इसका विरोध करने माती जाने पर डीएम व एडीएम ने भी उनकी नहीं सुनी और उन्हें वहां से भगा दिया था। इसके बाद सोमवार शाम तीन बजे एसडीएम मैथा ज्ञानेश्वर प्रसाद,लेखपाल अशोक सिंह, एसओ रूरा दिनेश गौतम 10 -15 महिला पुरुष पुलिस कर्मियों के साथ मौके पर आ गए। उस वक्त परिवार झोपड़ी में आराम कर रही थीं। यह लोग बिना सूचना दिए जेसीबी से झोपड़ी गिराने लगे। इनके साथ गांव के अशोक,अनिल,निर्मल,विशाल भी मौजूद थे।

इस दौरान एसडीएम ने कहा कि आग लगा दो कोई बचने न पाये, इस पर लेखपाल अशोक सिंह ने झोपड़ी में आग लगा दी। वह किसी तरह आग से बचकर बाहर निकला, तो एसओ रूरा ने उसे पकड़कर पीटने के साथ आग में झोकने की कोशिश की। वहीं आग से उसके पिता कृष्ण गोपाल झुलस गए, जबकि उसकी माँ व बहन के साथ झोपड़ी में बंधी उसकी 22 बकरियां जलकर राख हो गईं।

Related Articles

STAY CONNECTED

74,188FansLike
5,319FollowersFollow
50,181SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय