मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के प्रदेश महासचिव और एक ब्लॉक अध्यक्ष सहित 11 लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराकर उनकी मुश्किलों को बढ़ा दिया गया है। इन नेताओं की गलती यह रही कि आचार संहिता लागू होने के बावजूद भी इन लोगों ने अपने खेतों में भरे पानी की निकासी कराने के लिए जेसीबी से नाला खुदवा रहे एक किसान को इंसाफ दिलाने के लिए टैंट लगाकर आवाज बुलंद की थी।
भाकियू प्रदेश महासचिव धीरज लाटियान और बघर ब्लॉक अध्यक्ष ग्राम प्रधान जागाहेडी मान सिंह सहित 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है, इन लोगों के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन सहित सात गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
आरोप है कि थाने का घेराव करते हुए नेशनल हाईवे पर जाम लगाया गया है। अधिकारियों से अभद्रता और बीमार लोगों को ला रही एम्बुलेंस व यात्रियों को परेशान करने के भी आरोप हैं। हाइवे के साइट इंजीनियर अंकुर आनंद की तहरीर पर पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए मुकदमा दर्ज कर लिया है। मुकदमा दर्ज होते ही भाकियू में हड़कंप मच गया है। भाकियू नेताओं ने शीर्ष नेतृत्व को इसकी जानकारी दी और संगठन ने थाने का घेराव करते हुए हाईवे पर ही कोल्हू गाड़कर आंदोलन करने की चेतावनी भी दे डाली है।
भारतीय किसान यूनियन टिकैत के 11 नेताओं पर मुकदमा दर्ज होने के साथ ही भारतीय किसान यूनियन तोमर के 6 नेताओं के खिलाफ भी टोल प्लाजा पर धरना और तोडफ़ोड़ करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। इन नेताओं पर पुलिस ने बलवा, धमकी, तोडफ़ोड़ सहित नौ संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। इन आरोपियों में भाकियू तोमर के सहारनपुर जिलाध्यक्ष भी शामिल हैं।