लखनऊ। अयोध्या, वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर और लखनऊ सहित उत्तर प्रदेश के प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए सीसीटीवी कैमरों और बैगेज स्कैनर की संख्या बढ़ाई जाएगी।
राज्य भर के छोटे रेलवे स्टेशनों और हॉल्टों पर भी सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे। ट्रेनों के साथ-साथ रेलवे स्टेशनों पर भी सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश जारी किए गए हैं। ये निर्णय और निर्देश हाल ही में एक महिला कांस्टेबल के साथ हुई मारपीट के मद्देनजर आए हैं, जो 30 अगस्त की सुबह ट्रेन के अयोध्या जंक्शन पहुंचने पर सरयू एक्सप्रेस के जनरल कोच की एक बर्थ के नीचे पड़ी मिली थी। महिला पुलिसकर्मी के चेहरे पर गहरी चोट लगी है।
डीजीपी विजय कुमार ने सभी रेलवे स्टेशनों पर एकीकृत सुरक्षा प्रणाली स्थापित करने और निर्भया फंड के तहत बड़ी संख्या में सीसीटीवी जैसे सुरक्षा उपकरण लगाने के साथ-साथ रेलवे के महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा योजना के समय-समय पर सुरक्षा ऑडिट पर जोर दिया।
हाल ही में कई ट्रेनों पर पथराव के मामले – वंदे भारत एक्सप्रेस पर पांच बार हमला किया गया। आरपीएफ, जीआरपी और जिला पुलिस के बीच समन्वय के साथ ऐसे हमलों की रोकथाम और रेलवे पटरियों की सुरक्षा पर जोर दिया जा रहा है।
अधिकारियों ने आतंकवादी हमलों, रेलवे पटरियों को नुकसान, नशीली दवाओं/विस्फोटक पदार्थों की आवाजाही, मानव तस्करी और ट्रेनों में नकली मुद्रा/सोने की तस्करी को रोकने के कदमों पर भी चर्चा की।
संविदा रेलवे कर्मचारियों का पुलिस सत्यापन, अवैध विक्रेताओं पर जांच और वैध विक्रेताओं की बढ़ती संख्या, महिलाओं की सुरक्षा और महिलाओं के खिलाफ अपराधों को रोकने के लिए विशेष सतर्कता अधिकारियों द्वारा चर्चा के अन्य प्रमुख मुद्दे थे।