कोलकाता। केंद्र सरकार ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पक्ष में नाम लिए बगैर उनके करीबी माने जाने वाले कोलकाता के एक जाने-माने उद्यमी का टीवी चैनल का लाइसेंस रद्द कर दिया है। नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने शनिवार की शाम ट्विट कर इस फैसले का स्वागत किया है।
‘बिग ब्रेकिंग’ शीर्षक वाले ट्वीट में लिखा था, “सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने एक ऐसी मीडिया कंपनी का लाइसेंस रद्द कर दिया है, जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं, लेकिन उसके करीबी सहयोगी का विज्ञापन राजस्व सबसे अधिक था। संयोग से दोनों ही संगठनों का संबंध कोलकाता से है। इनकी कंपनियों पर ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स ने छापा मारा था। एक का मुख्यमंत्री से गहरा नाता था।
जांच में सैकड़ों करोड़ रुपये के फर्जी चालान के साथ-साथ मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप पाए गए। राज्य की सत्ता में बैठी सरकार द्वारा निजी कंपनियों को लाभ पहुंचाने के लिए घूस लेने का यह एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
एक और तथ्य जो आपके होश उड़ा देगा वह यह है कि इस मीडिया कंपनी का कोई कार्यालय नहीं था। कोई तकनीकी कर्मचारी नहीं था और कोई लीज लाइन नहीं थी। फिर भी इसे बड़े पैमाने पर विज्ञापन मिल रहा था।”
संयोग से, 26 फरवरी, 2018 को केनरा बैंक ने कोलकाता की एक कंपनी के खिलाफ 81 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप लगाया। इसके बाद एक मार्च को सीबीआई ने 515.15 लाख रुपये की बैंक धोखाधड़ी के मामले में केनरा बैंक और पंजाब नेशनल बैंक समेत 10 बैंकों के कंसोर्टियम को गिरफ्तार किया था।
कोलकाता में उस संगठन के दो अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया था। ये दोनों कभी मुख्यमंत्री के करीबी सर्कल में नवोदित उद्यमी के रूप में जाने जाते थे।