नई दिल्ली। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में 4 मार्च को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला सेमीफाइनल मुकाबला खेला जाएगा। इस मैच को लेकर भारतीय क्रिकेट फैंस के बीच उत्सुकता बढ़ गई है। टीम इंडिया की जीत के लिए उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से कुछ क्रिकेट प्रेमियों ने अपने अंदाज में टीम इंडिया को इस हाई-वोल्टेज मैच में बेहतर प्रदर्शन करने के साथ जीत की शुभकामनाएं दी हैं। वहीं, दूसरी ओर भारत के पूर्व क्रिकेटर और राष्ट्रीय चयनकर्ता जतिन परांजपे का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मंगलवार का सेमीफाइनल फाइनल से पहले का फाइनल है, जिसमें उन्हें लगता है कि रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम का पलड़ा भारी है।
“मैं कल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले मैच को फाइनल से पहले के फाइनल के रूप में देखता हूं। यह मुकाबला काफी करीबी होगा, लेकिन मेरा मानना है कि भारत के पास बढ़त है, खासकर पैट कमिंस के न होने पर। स्टीव स्मिथ एक सक्षम कप्तान हैं, इसमें कोई संदेह नहीं है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया को सबसे ज्यादा कमी कमिंस की गेंदबाजी और बल्लेबाजों को आउट करने की उनकी क्षमता की खलेगी।” बीसीसीआई की क्रिकेट सलाहकार समिति के सदस्य ने सोमवार को आईएएनएस से कहा, “जब मैं मैच के बारे में सोचता हूं, तो मुझे दो चीजें सबसे महत्वपूर्ण लगती हैं, भारत के शीर्ष चार बल्लेबाज कैसे खेलते हैं, और भारत ऑस्ट्रेलिया के मध्यक्रम के बल्लेबाजों इंग्लिश, मैक्सवेल और कैरी के सामने कैसी गेंदबाजी करता है।
” भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों ही चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में दो-दो खिताब के साथ सबसे सफल टीमें हैं। ऑस्ट्रेलिया की जीत से फाइनल लाहौर में खेला जाएगा, जबकि भारत की जीत से दुबई में खिताबी मुकाबला खेला जाएगा। ऑस्ट्रेलिया के सामने स्पिनर वरुण चक्रवर्ती को बरकरार रखने की दुविधा भी भारत के सामने है। वरुण ने रविवार को दुबई में न्यूजीलैंड के खिलाफ 44 रन की जीत में मुख्य भूमिका निभाई थी। वरुण ने 42 रन खर्च कर 5 विकेट चटकाए थे। परांजपे का मानना है कि भारत को अपने चार स्पिनरों के गेंदबाजी संयोजन पर ही टिके रहना चाहिए। उन्होंने कहा, “वरुण चक्रवर्ती गेंदबाजी कर रहे हैं और ईमानदारी से कहूं तो उन्हें खेलना नामुमकिन है। मैक्सवेल ने उन्हें पहले भी खेला है, लेकिन कैरी और इंग्लिश के लिए वरुण मुश्किल साबित हुए थे। भारत फिर से 4 स्पिनरों के साथ उतरेगा।