Saturday, November 16, 2024

उत्तर प्रदेश में सातवें चरण में पड़े 55.6 फीसदी वोट, चंदौली रहा सबसे आगे

लखनऊ- लोकसभा चुनाव के सातवें और आखिरी चरण में शनिवार को उत्तर प्रदेश में 11 जिलों की 13 सीटों पर औसतन 55.6 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया वहीं दुद्धी विधानसभा के उपचुनाव में पांच बजे तक 54.48 फीसदी वोट पड़ चुके थे।

राज्य निर्वाचन आयोग से प्राप्त जानकारी के अनुसार शाम छह बजे तक चंदौली में सबसे अधिक 60.34 फीसदी मतदान हुआ वहीं महराजगंज में 60.08 प्रतिशत वोट पड़े। सलेमपुर में मतदान का प्रतिशत सबसे कम रहा। यहां 51.25 फीसदी लोगों ने ही मताधिकार में दिलचस्पी दिखायी। गोरखपुर में 54.69 प्रतिशत,कुशीनगर में 57.29 प्रतिशत,देवरिया में 55.3 प्रतिशत,बासगांव (सु) में 51.59 प्रतिशत,घोसी में 54.87 प्रतिशत, बलिया में 51.84 प्रतिशत,गाजीपुर में 55.21 प्रतिशत,वाराणसी में 56.35 प्रतिशत,मिर्जापुर में 57.72 प्रतिशत और राबर्टसगंज (सु) में 55.92 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

सातवें और अंतिम चरण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र् मोदी की संसदीय सीट वाराणसी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कर्मक्षेत्र गोरखपुर आकर्षण का केंद्र रहा। मतदान के पहले चार घंटों में अधिसंख्य इलाकों में मतदाताओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया हालांकि धूप बढ़ने के साथ मतदान की रफ्तार में मामूली गिरावट दर्ज की गयी जबकि गर्मी और लू के कारण एक से तीन बजे के बीच कई मतदान केंद्रो पर सन्नाटा पसरा देखा गया। सुबह सात बजे मतदान शुरु होने से पहले ही कई मतदान केंद्रों के बाहर मतदाताओं की कतारें लग गयीं जिनमें मार्निंग वाकर्स की संख्या काफी ज्यादा थी। गर्मी से बचने के लिये मतदान केंद्रों पर छाया और पेयजल समेत तमाम अन्य इंतजाम किये गये हैं। दोपहर में चटक धूप और लू के चलते लोगबाग सुबह के समय मतदान की जल्दी में दिखायी पड़े।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में, केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने मिर्जापुर में, अरविंद राजभर ने बलिया में और अफजाल अंसारी ने गाजीपुर में वोट डाला। इनके अलावा वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रस्तावक गणेश्वर शास्त्री द्रविण ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने गाजीपुर में वोट डाला जबकि हिमाचल प्रदेश के उपराज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने गोरखपुर में अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) नवदीप रिणवा ने बताया कि मतदान आमतौर पर शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ और कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली। मतदान की प्रक्रिया को स्वतंत्र एवं निष्पक्ष बनाये रखे जाने के उद्देश्य के लिए प्रभावी पर्यवेक्षण के लिये 13,092 मतदेय स्थलों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई, जिसका पर्यवेक्षण जिला निर्वाचन अधिकारी, मुख्य निर्वाचन अधिकारी एवं भारत निर्वाचन आयोग तीनों स्तर पर किया गया। उक्त के अतिरिक्त 2,304 मतदेय स्थलों पर वीडियोग्राफी की भी व्यवस्था की गई।

सातवें चरण में 13 लोकसभा क्षेत्रों के लिए 134 पुरुष और 10 महिलाओं सहित कुल 144 उम्मीदवार मैदान में हैं। इस चरण के 13 लोकसभा क्षेत्रों में 2.50 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें से 1.33 करोड़ पुरुष और 1.17 करोड़ महिला मतदाता शामिल हैं। सातवें चरण में कुल 14 हजार 183 मतदान केंद्र और 25 हजार 658 मतदेय स्थल बनाये गये थे। मतदान पर कड़ी नजर रखने के लिए आयोग ने तीन विशेष पर्यवेक्षक, 13 सामान्य पर्यवेक्षक, आठ पुलिस पर्यवेक्षक और 14 व्यय पर्यवेक्षक भी तैनात किये गये हैं। इनके अलावा 1,861 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 243 जोनल मजिस्ट्रेट, 130 स्टेटिक मजिस्ट्रेट और 2,550 माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात किए गए थे।

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