लखनऊ। सुल्तानपुर में “सर्राफा कारोबारी डकैती” के मामले में आरोपी जौनपुर निवासी मंगेश यादव के एनकाउंटर पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के बाद भीम आर्मी चीफ व सांसद चन्द्रशेखर आजाद ने भी सवाल उठाया है। चन्द्रशेखर ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच सुप्रीम कोर्ट से कराने की मांग की है।
चन्द्रशेखर आजाद ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट एक्स पर लिखा कि सुल्तानपुर में “सर्राफा कारोबारी डकैती” के मामले में आरोपी जौनपुर निवासी मंगेश यादव के एनकाउंटर पर आरोपी की माँ द्वारा उठाया गया सवाल (पुलिस ने सितंबर की रात पूछताछ के बहाने घर से उठाया और तीसरे दिन गोली मारकर हत्या कर दी) चिंता का विषय है। एनकाउंटर, शासनिक हत्या का साधन बन गया है। शासनिक हत्या भारतीय संविधान के अनुच्छेद-21 में प्राप्त “जीवन की आजादी” के मौलिक अधिकार की भी हत्या है। मैं सुप्रीम कोर्ट से मामले को संज्ञान में लेकर उच्च स्तरीय न्यायिक जाँच कराने का निवेदन करता हूं।
सुल्तानपुर लूटकांड को लेकर सपा आक्रोशित है। मंगेश यादव एनकाउंटर का मामले को सपा विधानमण्डल में उठायेगी। सपा की ओर से कहा गया है कि मानवाधिकार आयोग,पिछड़ा वर्ग आयोग में इसकी शिकायत करेगी। सपा ने जहां इस मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज किए जाने को लेकर तहरीर भी दी है। वहीं सरकार से मंगेश यादव के परिवार की मदद की अपील की है।
वहीं एमएलसी लाल बिहारी की अगुवाई में सपा का प्रतिनिधिमण्डल सुलतानपुर डकैती कांड के आरोपी मंगेश यादव के पुलिस एनकाउंटर में मारे जाने पर उसके घर गया था।
वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सुल्तानपुर डकैती की घटना को लेकर एक्स पर लिखा कि लुटेरों से लूट का माल किसने लूट लिया। जब सब पकड़े गये तो फिर सोना किसके पास। सब पकड़े गए तो सोना किसके खजाने में जमा हुआ। कहीं लुटेरे किसी के प्रतिनिधि तो नहीं,सवाल गंभीर है।
सुलतानपुर एनकाउंटर पर अखिलेश यादव के सवाल पर भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने पलटवार करते हुए कहा कि बाकी बचे अपराधी अगर अखिलेश के संपर्क में हों तो उन्हें सरेंडर करा दें वरना अपराधियों पर कठोर कार्रवाई पर फिर अखिलेश को पीड़ा होगी। अपराधी सभी अंजाम भुगतेंगे और लूट का माल भी वापस होगा।