मेरठ। मंगलवार को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ में हुई विद्वत परिषद की बैठक में बीपीएड एवं एमपीएड पाठ्यक्रमों की प्रवेश प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने की दृष्टि से बदलाव किये जाने का निर्णय लिया गया है। कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला की अध्यक्षता में कुलपति कार्यालय के भूतल स्थित कमेटी हॉल में आयोजित बैठक में लिए गए निर्णयों की जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय प्रवक्ता मितेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि बीपीएड एवं एमपीएड पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने की दृष्टि से बदलाव किया गया है। अब बीपीएड (B.P.Ed.) एवं एमपीएड (M.P.Ed.) में दाखिला प्रवेश परीक्षा (Entrance Exam) के आधार पर किया जाएगा।
छात्रों को फिटनेस टेस्ट क्वालीफाई करना अनिवार्य होगा, हालांकि यह केवल योग्यता निर्धारण (Qualifying) के लिए होगा और मेरिट में शामिल नहीं होगा। इसके अलावा नई शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत कॉलेजों में चल रहे पाठ्यक्रम में थोड़ा संशोधन किया गया। पूर्व में छात्रों को तीन मेजर (Major) एवं एक माइनर (Minor) कोर्स का चयन करना आवश्यक था, जिसमें माइनर का क्रेडिट स्कोर 4 निर्धारित था। नए सत्र से पाठ्यक्रम में संशोधन किया गया है, जिसके अनुसार अब छात्रों को दो मेजर (Major) एवं एक माइनर (Minor) कोर्स का चयन करना होगा। नए माइनर कोर्स का क्रेडिट स्कोर 6 होगा, जिससे पाठ्यक्रम अधिक प्रभावी एवं संतुलित बनेगा। बैठक में विभिन्न विषयों की बोर्ड ऑफ स्टडीज की अनुशंसाओं को परिषद द्वारा अनुमोदित किया गया।
आज की बैठक में 12 फरवरी 2025 को आयोजित विद्वत परिषद की बैठक के कार्यवृत्त की औपचारिक पुष्टि की गई। इस अवसर पर प्रति कुलपति प्रोफेसर मृदुल कुमार गुप्ता, कुलसचिव धीरेंद्र कुमार वर्मा एकेडमिक डायरेक्टर प्रोफेसर संजीव शर्मा शोध निदेशक प्रोफेसर बीरबल सिंह प्रोफेसर नवीन चंद्र लोहनी प्रोफेसर हरे कृष्णा प्रोफेसर जितेंद्र कुमार ढाका प्रोफेसर पीके शर्मा प्रोफेसर अनिल मलिक प्रोफेसर राकेश कुमार शर्मा प्रोफेसर बिंदु शर्मा प्रोफेसर शैलेंद्र शर्मा प्रोफेसर संजय कुमार प्रोफेसर विग्नेश कुमार डॉक्टर जितेंद्र कुमार डॉ मनोज पाल सिंह डिप्टी रजिस्ट्रार सत्य प्रकाश प्रकाश आदि मौजूद रहे।