मेरठ। पश्चिम यूपी का कुख्यात गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा लखनऊ जेल में बंद था। सात जून 2023 को उसे एससी-एसटी कोर्ट में पेशी पर लाया गया था। इसी दौरान कोर्ट के भीतर ही शूटर ने जीवा को गोलियों से भून दिया था। जौनपुर निवासी शूटर विजय यादव को वकीलों व पुलिसकर्मियों ने मौके से ही दबोच लिया था। वजीरगंज थाने में हत्याकांड की एफआईआर दर्ज की गई थी।
कोर्ट के आदेश पर एसआईटी के पर्यवेक्षण में केस की विवेचना शुरू हुई थी। पहली चार्जशीट शूटर विजय यादव के खिलाफ दाखिल हुई थी। तब एसआईटी ने खुलासा किया था कि हत्याकांड का साजिशकर्ता माफिया बदन सिंह बद्दो है। इसी आधार पर उसे आरोपी बनाया गया।
पुलिस उसके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई कर चुकी है। अब उसके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है। बदन सिंह बद्दो वर्ष 2019 से फरार चल रहा है। वह विदेश में है। उस पर पांच लाख रुपये का इनाम भी है।
विवेचना के दौरान पुलिस को जीवा के अधिवक्ता के पास से एक पत्र मिला था। ये पत्र जीवा ने वारदात के कुछ महीने पहले ही जज को लिखा था, जिसमें उसने बदन सिंह बद्दो से अपनी जान को खतरा बताया था। सूत्रों के मुताबिक शूटर विजय यादव को बद्दो का फोटो दिखाया गया था, इस पर उसने बताया कि नेपाल में इसी शख्स से उसकी मुलाकात हुई थी। उसी ने जीवा को मारने की सुपारी दी थी।