नयी दिल्ली। कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) ने देश भर में 30 ईएसआईसी अस्पतालों में कैंसर के उपचार के लिए कीमोथेरेपी शुरू की है।
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने गुरुवार को यहां ईएसआईसी मुख्यालय में निगम की 191वीं बैठक के दौरान देश भर के 30 ईएसआईसी अस्पतालों में कीमोथेरेपी सेवाओं का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर यादव ने कहा कि यह अमृत काल में श्रम योगियों के सर्वांगीण कल्याण के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक कदम है। इन-हाउस कीमोथेरेपी सेवाएं शुरू होने से बीमित कर्मचारी और उनके आश्रितों को कैंसर का बेहतर इलाज आसानी से मिल सकेगा। केंद्रीय मंत्री ने ईएसआईसी के डैशबोर्ड के साथ एक नियंत्रण कक्ष का भी उद्घाटन किया। डैशबोर्ड ईएसआईसी अस्पतालों में संसाधनों और बिस्तरों, चल रही निर्माण परियोजनाओं की वर्तमान स्थिति आदि की बेहतर निगरानी सुनिश्चित करेगा।
यादव ने कहा कि निगम ने निर्णय लिया है कि ईएसआईसी अस्पतालों में कुशल चिकित्सा पेशेवरों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए ईएसआईसी चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में अपने काम को आगे बढ़ाएगा। उन्होंने कहा कि आवश्यकता का आकलन करने के बाद नए ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अब तक आठ मेडिकल कॉलेज, दो डेंटल कॉलेज, दो नर्सिंग कॉलेज और एक पैरा-मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जा चुके हैं और चलाए जा रहे हैं।
बैठक में चल रही निर्माण परियोजनाओं की समीक्षा के साथ-साथ चिकित्सा देखभाल सेवाओं, प्रशासन, वित्तीय मामलों में सुधार से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया और निर्णय लिया गया।
बैठक में 15 नए ईएसआई अस्पताल, 78 ईएसआई डिस्पेंसरी स्थापित करने, ईएसआईसी अस्पताल, बेलटोला, असम, ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, केके नगर, चेन्नई, तमिलनाडु और ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, फरीदाबाद, हरियाणा में बिस्तरों की संख्या में वृद्धि को सैद्धांतिक मंजूरी दी गई।