शामली। शामली में जैन समाज से छूल्लक श्री विदेहानंद जी की समाधि संपन्न हुई। शामली स्थित जैन धर्मशाला से उनकी डोला यात्रा निकाली गई, जो मुजफ्फरनगर रोड स्थित राजवाहे के पास बाग पर पहुंची, जहां पर परम पूज्य जैन मुनियों की उपस्थिति में समाधि संस्कार पूरा किया गया। डोला यात्रा में बैंड बाजे के साथ जैन समाज के सैंकड़ो लोग उपस्थित रहे।
दरअसल, दुल्लक श्री विदेहानंद जी मूलरूप से मुजफ्फरनगर के रहने वाले थे और उनका सांसारिक नाम लाला त्रिलोकचंद जैन था। उन्हें परिजन वेंटिलेटर पर बहुत ही नाजुक हालत में शामली लेकर पहुंचे थे और जैन धर्मशाला शामली में विराजमान परम पूज्य आचार्य श्री वसुनंदी जी महाराज के सुयोग शिष्य श्रमण मुनि 108 श्री श्रद्धानंद जी एवं श्रमण मुनि 108 श्री पवित्रानंद जी के सानिध्य में लाला त्रिलोकचंद को परिवारजनों की सहमति से छुल्लक दीक्षा दी गई। इसके उपरांत मंगलवार सुबह छूल्लक श्री विदेहानंद जी की समाधि शामली में ही संपन्न हुई।
उनकी डोला यात्रा जैन धर्मशाला शामली से मुजफ्फरनगर रोड रजवाड़ा के पास बाग तक निकाली गई। जहां पर मुश्रि श्री के सानिध्य में सभी संस्कार पूरे किए गए। डोला यात्रा में बैंड बाजे के साथ जैन समाज के सैंकड़ों लोग मौजूद रहे।