चम्पावत । जनपद के सीमांत गुमदेश क्षेत्र के ग्राम ठांटा में रात्रि विश्राम के बाद रविवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रातः काल गांव के भ्रमण पर निकले। इस दौरान उन्होंने ग्रामीण महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों से मुलाकात की तथा उनका हाल चाल जाना। उन्होंने गांव में कराए गए विभिन्न विकास कार्यों का भी अवलोकन किया। अपने प्रातः भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री गांव से विहंगम हिमालय दर्शन कर अभिभूत हुए।
गांव के भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री धामी ने पंचायत भवन के अतिरिक्त गांव के विभिन्न विकास कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने गांव में किए गए विकास कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि गांव में गुणवत्तापूर्ण कार्य किए गए हैं, जो अन्य गांव के लिए भी एक अच्छा संदेश है और ठाटा गांव अन्य गांवों के लिए भी एक आदर्श गांव बने। प्रदेश के मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर ग्रामीण बहुत उत्साहित नजर आए। इस दौरान उन्होंने टीपीएस एग्रोज प्राइवेट लिमिटेड में ठांटा गांव के प्रसिद्ध शुद्ध मावा का स्वाद चखा और संचालक युवा उद्यमी प्रदीप शर्मा को शुभकामनाएं दी।
इस दौरान मुख्यमंत्री पूर्ण रूप से ग्रामीण परिवेश में नजर आए। उन्होंने ओखली में धान कूटकर अपनी पहाड़ी पुरातन संस्कृति का संदेश देकर परंपरा को जीवंत किया और अपनी पहाड़ी परंपरा को आगे बढ़ने का संदेश दिया। उन्होंने बच्चों और उद्यमियों से मुलाकात की। ग्रामीणों द्वारा जंगली जानवरों से फसलों को बचाने की मांग की गई। साथ ही उन्होंने इस क्षेत्र में दुग्ध उत्पादन को और अधिक मात्रा में बढ़ाने की अपील करते हुए कहा कि वह सरकार की योजनाओं का लाभ लेते हुए स्वरोजगार को अपनाएं।
ग्रामीणों से कहा कि सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि हमारे राज्य की आत्मा गांव और घरों में बसती है। गांव के खुशहाल व आबाद रहने से ही राज्य का स्वर्णिम विकास संभव है। उन्होंने कहा राज्य सरकार द्वारा राज्य के गांव के विकास हेतु निरंतर प्राथमिकता से कार्य किया जा रहा है। इस दौरान ग्रामीण व अन्य उपस्थित रहे।