लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से चयनित 1,526 ग्राम पंचायत अधिकारी, 360 ग्राम विकास अधिकारी (समाज कल्याण) एवं 64 समाज कल्याण पर्यवेक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरित किया। लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में पंचायतीराज मंत्री ओम प्रकाश राजभर और समाज कल्याण राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार असीम अरुण और मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनियुक्त युवाओं के परिजनों, शुभचिंतकाें काे बधाई दी और उन्हें बेहतर कार्य करने की सीख दी।इसके साथ ही उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं तो विपक्ष को केटघरे में भी खड़ा किया। मुख्यमंत्री याेगी ने कहा कि दिवाली से ठीक पहले की नियुक्ति आप सब युवाओं के लिए दीपावली पर्व का उपहार है। मुझे पता है कि हमारी सरकार ने पिछले साढ़े सात साल में विकास की जाे रूपरेखा तैयार की थी, उसमें पारदर्शी तरीके से भर्ती हो, इसकी भी रणनीति शामिल थी।
मुझे प्रसन्नता है कि पिछले साढ़े सात साल में लगभग सात लाख सरकारी नौकरियां देने की ओर अग्रसर है। पहले यूपी में कोई निवेश करने नहीं आता था, आज उद्यमी लाखों करोड़ निवेश कर रहे हैं। प्रदेश का युवा पहले नौकरी के लिए देश और दुनिया के अलग-अलग क्षेत्रों में भटकना पड़ रहा था। आज उसे अपने ही गांव और शहर में नौकरी मिल रही है। वह नौकरी करने के साथ ही अपने परिवार की देखरेख भी कर पा रहा है।
आज प्रदेश के अलग-अलग जिलों में भी कार्यक्रम हो रहे हैं। वे लोग ऑनाइन इस कार्यक्रम से जुड़ हुए हैं। जिलों में मंत्री प्रभारी व अन्य जन प्रतिनिधि पहुंचे हैं। आज उप्र बदल रहा है। प्रदेश में नियुक्ति की प्रक्रिया में पारदर्शी व्यवस्था लागू है। जो उप्र देश में छठी सातवीं अर्थव्यवस्था थी, वह उप्र आज दूसरी अर्थव्यवस्था बन गया है। इसीलिए चयनित अभ्यर्थियों से अपील है कि ग्राम पंचायत हो समाज कल्याण दोनों ही विभाग बहुत महत्वपूर्ण है। 2047 में आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत के लिए हम सबको कार्य करना होगा।