लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 107वीं पुण्यतिथि पर चारबाग स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करके उन्हें श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के आदर्शों को याद करते हुए कहा कि समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति का कल्याण और विकास उनका सपना था। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा की डबल इंजन सरकार पंडित जी के उसी सपनों को पूरा कर रही है।
उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में चलने वाली सभी योजनाओं के पीछे प्रेरणा पंडित जी के अन्त्योदय का संकल्प ही है। पिछले साढ़े नौ साल में देश के जिस सर्वांगीण विकास को हम सब देख रहे हैं, यह चमत्कार पंडित जी की ही प्रेरणा है।
योगी ने कहा कि अन्त्योदय के प्रणेता, एकात्म मानववाद की दृष्टि को भारत की राजनीति के एजेंडे का हिस्सा बनाने वाले एवं राजनीति में शुचिता और ईमानदारी के प्रबल समर्थक की आज पावन जयंती है। सीएम योगी ने कहा कि हम सब जानते हैं कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का जन्म मथुरा जनपद के एक छोटे से गांव में हुआ। भारत और भारतीयता के प्रति उनका दृष्टिकोण बहुत स्पष्ट था।
उनका कहना था कि भारतीय दृष्टिकोण विश्व कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर सकता है। समाज के अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति के बारे में उनकी धारणाएं बहुत ही स्पष्ट थीं। उन्होंने कहा था कि आर्थिक उन्नति और प्रगति का पैमाना ऊंचे पायदान पर बैठे व्यक्ति से नहीं, बल्कि सबसे नीचे पायदान पर बैठे व्यक्ति से किया जाना चाहिए। अन्त्योदय की उनकी अवधारणा स्वतंत्र भारत में गरीब कल्याण का माध्यम बना।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में 1998 से 2004 तक कार्य करने वाली सरकार पंडित दीनदयाल उपाध्याय के विचारों को प्रेरणा मानते हुए गरीब कल्याण की अनेक योजनाएं शुरू की।