मुजफ्फरनगर। एक सप्ताह से बदले मौसम का असर फसलों पर तो पड़ा ही है, साथ ही सब्जियों पर खासा असर देखने को मिल रहा है। बारिश एक ओर जहां खरीफ की फसलों के लिए फायदेमंद मानी जा रही है, वहीं दूसरी ओर जायद की फसलों में मूंग, मक्का व हरी सब्जियों के लिए आफत बनी है।
सब्जियों का उत्पादन घटा है। मंडी में आवक कम होने की वजह से सब्जियों के दाम में दो से तीन गुना तक की बढ़ोतरी हुई है। वहीं सब्जियों की गुणवत्ता में भी गिरावट आई है। नवीन मंडी में सब्जी लेकर पहुंचने वाले किसान पहले के मुकाबले आधी सब्जी की खेप भी नहीं ला पा रहे है।
किसानों का कहना है कि जलभराव के चलते सब्जी की नाजुक किस्म की फसलें तहस नहस हो गई हैं। इसमें टमाटर, धनियां, मिर्च, शिमला मिर्च, तरोई, लौकी, घुइया व परवल शामिल हैं। गीली मिट्टी व खेत में जलभराव के चलते सब्जी की गुणवत्ता में गिरावट आई है। मौसम खुलने के बाद ही इन फसलों के उत्पादन में बढ़ोतरी होगी।
टमाटर का भाव एक सप्ताह पूर्व 20 से 30 रुपये प्रति किलो था। मंगलवार को टमाटर 120 से 160 रुपये प्रति किलो के भाव से बिका।वहीं हरी धनियां मुरझा गई है। पहले धनिया का भाव 60 रुपये प्रति किलो से 200 रुपये प्रति किलो तक जा पहुंचे हैं। गीली मिट्टी पत्ती पर लग जाने से काफी नष्ट हुई है। शिमला मिर्च का भाव 30 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 80 रुपये तक जा पहुंचा है। भिंडी 15 रुपये से 30 रुपये प्रति किलो के भाव से बिक रही है। सलाद में खीरे के दाम भी 60 रुपये किलो हो गए हैं।
सब्जियों के भाव (प्रति किलो) पर एक नजर-सब्जी, एक सप्ताह पूर्व भाव वर्तमान भाव-
टमाटर 30 रुपये 120 से 160 रुपये
धनिया 60 रुपये 200 रुपये
मिर्च 70 रुपये 150 रुपये
भिंडी 15 रुपये 30 रुपये
लौकी 10 रुपये 30 रुपये
परवल 50 रुपये 80 रुपये
शिमला मिर्च 35 रुपये 80 रुपये
खीरा 20 रुपये 60 रुपये
अरबी 40 रुपये 60 रुपये
तोरई 60 रुपये 80 रुपये
टिंडा 30 रुपये 80 रुपये