वाशिंगटन, अमेरिका और चीन के बीच विवाद एक बार फिर बढ़ता नजर आ रहा है। अब अमेरिकी आकाश में चीन का एक विशाल जासूसी गुब्बारा दिखने से तनाव उत्पन्न हुआ है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि गुब्बारे का आकार चीन बसों के बराबर बड़ा है।
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर ने बताया कि अमेरिकी सरकार ने आसमान में ऊंचाई पर उड़ते एक गुब्बारे का पता लगाया है, जो कि अभी अमेरिकी उपमहाद्वीप के ऊपर उड़ रहा है। नॉर्थ अमेरिकन एयरोस्पेस डिफेंस कमांड लगातार इस गुब्बारे को ट्रैक कर रहा है और इस पर नजर बनाए हुए है।
पेंटागन की ओर से दावा किया गया है कि अमेरिकी सेना को जैसे ही चीन के इस जासूसी गुब्बारे के बारे में पता चला तो सेना की ओर से तुरंत संवेदनशील डाटा को सुरक्षित किया गया। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि जासूसी गुब्बारा अमेरिका से जुड़ी कोई जानकारी जुटा न सके। वैसे माना जा रहा है कि इस जासूसी गुब्बारे में सैन्य तौर पर खतरे जैसी कोई बात नहीं है। अमेरिकी आकाश पर इस गुब्बारे के नजर आने की टाइमिंग पर जरूर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन जल्द ही चीन का दौरा करने वाले हैं।
इस बीच अमेरिकी सेना के जॉइंट चीफ ऑफ स्टाफ जनरल मार्क माइली और नॉर्दर्न कमांड के जनरल ग्लेन वानहर्क ने गुब्बारे को नहीं गिराने का निर्देश दिया है। आशंका है कि इसे गिराने से लोगों की सुरक्षा को खतरा पैदा हो सकता है। फिलहाल इस गुब्बारे पर नजर रखी जा रही है। बताया गया कि एक दिन पूर्व चीन का यह जासूसी गुब्बारा मोंटाना इलाके के ऊपर उड़ता दिखा था। इसी क्षेत्र में एयरफोर्स बेस पर अमेरिका के तीन न्यूक्लियर मिसाइल तैनात हैं। यह जासूसी गुब्बारा नागरिक हवाई उड़ानों की सीमा के ऊपर उड़ रहा है। हालांकि अमेरिका की ओर से यह नहीं बताया गया है कि यह गुब्बारा कितनी ऊंचाई पर उड़ रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को इसके बारे में जानकारी दे दी गई है।