ग्वालियर। केन्द्रीय खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा कि भारत वर्ष की आजादी के एक सौ वर्ष पूरे होने पर भारत राष्ट्र को विकसित बनाए जाने का संकल्प लेना चाहिये। इसके लिए देश के नागरिक एक साथ संकल्प लेकर आगे बढें। आज जिन लोगों ने यहां से डिग्री ली है, वह अपने क्षेत्र में जाकर जिम्मेदार नागरिक की तरह संकल्प लेकर कार्य करें।
डॉ मांडविया शुक्रवार को ग्वालियर में एशिया के सबसे बड़े खेल संस्थान लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षण संस्थान (एलएनआईपीई) के 10वें दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह में 121 छात्र-छात्राओं को उपाधि प्रदान की गयी। साथ ही बीपीएड और एमपीएड कोर्स के होनहार स्टूडेंट्स को गोल्ड दिए। इस मौके पर केंद्रीय खेल मंत्री ने रिसेट प्रोग्राम के प्रतिभागियों का दीक्षा आरंभ भी कराया। इस प्रोग्राम के जरिए देश के रिटायर खिलाड़ी, जिन्होंने कभी ओलंपिक कॉमनवेल्थ या एशियन गेम समेत खेल मंत्रालय से अधिकृत अंतरराष्ट्रीय प्रतिभागियों में भाग लिया था, उनको इसका लाभ मिलेगा। इसके अलावा डॉ मांडविया ने 400 बेड वाले हॉस्टल और संस्थान के नए स्टूडियो का भी उद्घाटन किया।
केन्द्रीय खेल मंत्री ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि ‘खुशी की बात है, उस संस्थान के दीक्षांत समारोह में उपस्थित हूं, जिसका नाम रानी लक्ष्मीबाई पर है, जिन्होंने आजादी की लड़ाई की शुरुआत की थी और अंग्रेजों से लड़ी थीं। उनसे प्रेरणा के साथ दिशा व दर्शन मिलता है। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त 2022 को लाल किले से घोषणा की थी कि हमें 2047 तक भारत को विकसित भारत बनाना है और विकसित भारत बनाने के लिए देश की जनता एक साथ संकल्प पूर्ति के लिए आगे बढ़े।
उन्होंने कहा कि हम जब विकसित भारत का संकल्प लेकर चलते हैं तब देश के हर नागरिक को स्वस्थ रहना जरूरी है। इसके लिए हर नागरिक फिट इंडिया के नारे को साकार करे। तब जाकर देश विकसित भारत बनेगा।
डॉ मांडविया ने कहा कि इस समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश बदल रहा है, देश आगे बढ़ रहा है, नए भारत का निर्माण हो रहा है। देश 2036 में ओलंपिक की मेजबानी की तैयारी कर रहा है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लक्ष्य रखा है कि भारत 2047 में जब आजादी के सौ साल पूरे करेगा तो देश को ओलंपिक पदक जीतने वाले शीर्ष पांच देशों में शामिल हो। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिये विश्व स्तरीय कोचों और ट्रेनिंग का पूल तैयार करना होगा।
उन्होंने लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षण संस्थान के 10वें दीक्षांत समारोह में भाग लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि मुझे ग्वालियर आने की खुशी है क्योंकि यह दिवंगत राजमाता विजयाराजे सिंधिया की कर्मभूमि रही है। देश खेलों के क्षेत्र में आगे बढ रहा है। भारत जब ओलंपिक 2036 की मेजबानी करेगा तो इसे खेलों में शीर्ष दस देशों में होना चाहिए।