नारायणपुर/रायपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर-दंतेवाड़ा जिले के सीमा क्षेत्र ओरछा थाने के नेंदुर और थुलथुली गांव के बीच जंगल में शुक्रवार शाम एंटी नक्सल ऑपरेशन के तहत 40 नक्सलियों को ढेर कर दिया गया है। पिछले 11 दिन में यह तीसरी मुठभेड़ है। इस मुठभेड़ में सीआरपीएफ, राज्य पुलिस बल संयुक्त टीम के 400 जवान शामिल थे। इस मुठभेड़ में कई इनामी नक्सली मारे गए हैं।
नारायणपुर पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने बताया कि मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों में अब तक 36 के शव बरामद कर लिए गए हैं। इलाके में सघन सर्चिंग अभियान जारी है।
बताया गया है कि नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार और दंतेवाड़ा एसपी गौरव रॉय के नेतृत्व में पुलिस अधिकारी समरूथिक राजानाला, डीएसपी प्रशांत देवांगन और डीएसपी राहुल ऊईके घटना स्थल पर मौजूद हैं। जवानों के मोर्चे से लौटने के बाद घटना की जानकारी विस्तार से दी जाएगी।
जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के जवानों के इस अभियान को इस साल का सबसे सफल एंटी नक्सल ऑपरेशन माना जा रहा है। मारे गए नक्सलियों में मोस्टवांटेड डीव्हीसीएम नीति और डीव्हीसीएम कमलेश नक्सली कमलेश भी शामिल है। इनपर 8-8 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
सबसे पहले सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच रुक-रुककर हुई मुठभेड़ में 14 नक्सलियों के मारे जाने की खबर मिली। इसके बाद आंकड़ा बढ़ा और 36 तक पहुंच गया और अब 40 नक्सलियों के मारे जाने की सूचना मिली है। पुलिस ने बताया कि नक्सलियों की बटालियन नंबर 6 का लगभग खात्मा कर दिया गया है।
बस्तर के आईजी सुंदरराज पी. ने बताया कि नारायणपुर और दंतेवाड़ा की सीमा पर पुलिस और नक्सलियों के बीच आज दोपहर से ही मुठभेड़ जारी है।
एडिशनल एसपी आरके बर्मन ने कहा कि 36 नक्सलियों के शवों को मुठभेड़ स्थल से बरामद किया गया है। मुठभेड़ स्थल से एक एके-47 राइफल और एक एसएलआर (सेल्फ-लोडिंग राइफल) समेत हथियारों का जखीरा भी बरामद किया गया।
पुलिस के अनुसार आज की मुठभेड़ के बाद इस साल अबतक दंतेवाड़ा और नारायणपुर समेत सात जिलों वाले बस्तर क्षेत्र में अलग-अलग मुठभेड़ों में सुरक्षा बलों ने 185 से अधिक नक्सलियों को मारा गया है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने एक्स पर पोस्ट साझा कर लिखा कि नारायणपुर-दंतेवाड़ा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षाबल के जवानों की नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। जवानों को मिली यह बड़ी कामयाबी सराहनीय है। उनके हौसले और अदम्य साहस को नमन करता हूं। नक्सलवाद के खात्मे के लिए शुरू हुई हमारी लड़ाई अब अपने अंजाम तक पहुंचकर ही दम लेगी, इसके लिए हमारी डबल इंजन सरकार दृढ़ संकल्पित है। प्रदेश से नक्सलवाद का खात्मा ही हमारा लक्ष्य है।
मुख्यमंत्री साय ने जवानों के साथ किया संवाद
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इसी दौरान आज बीजापुर प्रवास के दौरान विश्रामगृह में आत्मसमर्पित नक्सली एवं नक्सली हिंसा से पीड़ित युवाओं से संवाद किया। ये युवा छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास नीति के तहत पुलिस विभाग में भर्ती होकर माओवादियों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री साय ने नक्सल संगठन को छोड़कर पुनर्वास नीति से लाभान्वित होने वाले युवाओं से मिलकर खुशी जताई और कहा कि बस्तर अब शांति की ओर अग्रसर है।