लखनऊ। देवरिया कांड के 5 दिन बाद योगी सरकार सख्त नजर आई। इस मामले में सीएम योगी के निर्देश पर शासन ने SDM, सीओ रूद्रपुर, दो तहसीलदार, 3 लेखपाल, थाना प्रभारी रूद्रपुर समेत 8 सिपाहियों को सस्पेंड किया है। साथ ही लापरवाह तहसीलदारों, सीओ के खिलाफ विभागीय जांच के भी निर्देश दिए हैं। सीएम ने देवरिया कांड की खुद समीक्षा भी की। सीएम ने कहा, दोषी कोई भी हो वह किसी भी हाल में बचेगा नहीं।
जानकारी के मुताबिक घटना के दूसरे दिन 3 अक्टूबर को सीएम बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती मृतक सत्यप्रकाश दुबे के घायल बेटे का हाल जाना था। योगी ने घटना पर कड़ी नाराजगी जाहिर की थी और कहा था कि दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।
वहीं जिस तरह जमीनी विवाद में इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया, उसको लेकर भी सीएम योगी ने नाराजगी जाहिर की थी और कहा था कि रुद्रपुर तहसील के राजस्वकर्मियों और थाने की पुलिस ने समय से मामले का निस्तारण कराने में ढिलाई क्यों बरती?
गुरुवार को शासन ने देवरिया हत्याकांड की रिपोर्ट सीएम के सामने पेश की गई। जिसमें दोषी कर्मचारी और अधिकारी की लापरवाही सामने आई। जांच में यह भी सामने आया है कि इस विवाद के संबंध में सत्यप्रकाश दुबे ने ग्राम समाज की भूमि पर अवैध कब्जा करने के संबंध में IGRS के जरिए कई शिकायतें की थीं। पुलिस और राजस्व विभाग में भी शिकायत भेजी थी। जबकि, दोनों विभाग के संबंधित अधिकारियों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और न ही निस्तारण किया था।
इन अधिकारियों पर गिरी गाज
SDM योगेश कुमार गौड़ एवं क्षेत्राधिकारी रुद्रपुर जिलाजीत को तत्काल निलंबित किया जाए।
SDM रहे राम विलास, ओम प्रकाश, ध्रुव शुक्ला एवं संजीव कुमार उपाध्याय के खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जाए।
रिटायर्ड तहसीलदार वंशराज राम और रिटायर्ड राजस्व निरीक्षक रामानन्द पाल के खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू करें।
अभय राज (वर्तमान में निलंबित तहसीलदार) को अतिरिक्त आरोप पत्र जारी किया जाए।
रामाश्रय तत्कालीन तहसीलदार, सम्प्रति तहसीलदार जनपद बलरामपुर को निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही की जाए।
केशव कुमार तहसीलदार रूद्रपुर को निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही की जाए।
विशाल नाथ यादव (राजस्व निरीक्षक), राजनन्दनी यादव (क्षेत्रीय लेखपाल), अखिलेश (लेखपाल) को निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही की जाए।
हेड कॉन्स्टेबल राजेश प्रताप सिंह, कॉन्स्टेबल अवनीश चौहान, हल्का प्रभारी / उपनिरीक्षक जय प्रकाश दुबे व प्रभारी निरीक्षक नवीन कुमार सिंह को निलंबित कर विभागीय कार्यवाही शुरू की जाए।
पूर्व में IGRS के संदर्भों में निस्तारण में लापरवाही के लिए उत्तरदायी पाए गए कॉन्स्टेबल कैलाश पटेल, कॉन्स्टेबल राम प्रताप कन्नौजिया, सुभाष यादव एवं SI सुनील कुमार, पूर्व प्रभारी निरीक्षक, रूद्रपुर को निलंबित किया जाए तथा तत्कालीन क्षेत्राधिकारी, रूद्रपुर दिनेश कुमार सिंह यादव के खिलाफ विभागीय कार्यवाही प्रारंभ की जाए।