मेरठ। किठौर थाने में तैनात एक महिला दरोगा पर कान के टॉप्स चोरी होने के शक में किशोरी की पिटाई करने का आरोप लगाया गया है। सीओ किठौर ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
किठौर निवासी विनोद की कोरोना काल में मौत हो गई थी। विनोद के तीन पुत्री और दो पुत्र हैं। 12 वर्षीय राधिका सबसे बड़ी है। पिता की मौत के बाद परिवार का भरण पोषण के लिए राधिका और उसकी मां रजनी घरों में काम करती हैं। राधिका राजकीय कन्या इंटर कालेज में कक्षा छह की छात्रा है। पढ़ाई के बाद वह मां के साथ घरों में काम करने जाती है। कुछ लोगों ने बताया कि महिला दरोगा थाने के सामने गुंजन कौशिक के यहां कमरे पर रहती हैं। ऊपर मकान मालिक रहते हैं। रजनी यहां पर काम करने आती है।
मकान मालिक के मुताबिक महिला दरोगा ने रजनी की बेटी से काम करने के लिए कहा तो उसने स्कूल जाने की बात कहते हुए इन्कार कर दिया। इसके बाद अगले दिन महिला दरोगा ने सोने के टॉप्स चोरी होने की बात कही। आरोप है कि सोमवार को दरोगा ने स्कूल से राधिका को थाने बुलाया और उसकी जमकर पिटाई की। जानकारी होने पर राधिका की मां भी थाने पहुंच गई। बाद में थाने पहुंची सीओ किठौर रुपाली राय ने बच्ची को छोड़ने के निर्देश दिए। सीओ ने पूरे मामले में जांच के निर्देश दिए। महिला दरोगा ने आरोपों को गलत बताया है।