शामली। जनपद की कलेक्ट्रेट पहुंचे जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी ने 90% राशन डीलरों पर गरीबों का निवाला छीनने व सरकार की योजना को पलीता लगाने का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी को ज्ञापन सॉफ्टवेयर हुए कार्रवाई किए जाने की मांग की है साथ में जल्द कार्रवाई न होने पर सड़कों पर उतारकर बड़ा विरोध प्रदर्शन की चेतावनी भी दी गई है।
आपको बता दें कि मंगलवार को जिला कांग्रेस का बेटी के जिला अध्यक्ष चौधरी अयूब जंग के नेतृत्व में दर्जनों पदाधिकारी और कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहां उन्होंने जिलाधिकारी को एक ज्ञापन देते हुए बताया कि जनपद में अधिकतर राशन डीलर अपराधिक प्रवृत्ति के लोग हैं। जिनके खिलाफ गंभीर अपराध जैसे गैंगस्टर एक्ट, जिला बदर या हिस्ट्रीशीटर जैसे अपराध पंजीकृत है। कांग्रेसियों का कहना है कि सरकार की ओर से हर घर जो राशन की योजना चलाई जा रही है। उसे पर जिले के 90% राशन डीलरों के द्वारा ही पलीता लगाया जा रहा है।
आरोप है कि जहां सरकार की तरफ से पर यूनिट 5 किलो राशन दिए जाने का प्रावधान है। लेकिन उक्त राशन डीलर लोगों को 2 से 3 किलो राशन ही प्रति यूनिट दे रहे हैं। यदि गांव का कोई गरीब व्यक्ति काम राशन देने में आनाकानी करता है तो राशन डीलर उनके साथ गाली गलौज मारपीट व अंजाम भुगतने की धमकियां देते हैं। कांग्रेसियों का आरोप है कि संबंधित राशन डीलर गांव व नगर के गरीब लोगों का निवाला छीनकर उसे बाहरी राज्यों में ब्लैक में बेच रहे हैं और अपनी जेब में भरने में लगे हुए हैं। ऐसे राशन डीलरों कों राजनीतिक संरक्षण भी प्राप्त है।
इसके कारण भी ऐसे लोगों पर कार्रवाई नहीं हो पाती। उन्होंने कहा कि कई जगह तो राशन की दुकान परिवार के एक व्यक्ति के नाम है। लेकिन दुकान का संचालन परिवार का दूसरा व्यक्ति कर रहा है। यहां तक की बैंक व संबंधित ऑफिसों में भी फर्जी हस्ताक्षर से दुकान का संचालन किया जा रहा है। जिसका प्रमाण कांधला विकासखंड का गांव गढ़ी दौलत है। उन्होंने कहा कि इस तरह के राशन डीलर गरीबों का राशन डकार कर करोड़ों रुपए के वारे नारे कर रहे हैं और उक्त पैसों से भारी मात्रा में जमीन खरीद कर भू-माफिया बन बैठे हैं। कांग्रेसियों ने जिलाधिकारी से उक्त प्रकरण की बिंदुवार निष्पक्ष जांच करवाए जाने व दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई किए जाने एवं जनवरी माह का राशन किसी सरकारी कर्मचारी की निगरानी में राशन वितरण कराए जाने की मांग की है। इसके अलावा कांग्रेस जनों ने अपनी मांग जल्दी पूरा न होने पर सड़कों पर उतरकर बड़ा विरोध प्रदर्शन किए जाने की चेतावनी भी दी है।