नई दिल्ली। कांग्रेस ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तंज करते हुए कहा कि जब दिल्ली के लोग कोरोना से जूझ रहे थे तब केजरीवाल शराब नीति बनाने में मस्त थे। जबकि उस समय लोगों को अस्पताल,ऑक्सीजन और दवा की जरूरत थी।
कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने गुरुवार को एक वीडियो सदेश में कहा कि कांग्रेस ने हमेशा से दिल्ली सरकार के शराब नीति का विरोध किया लेकिन केजरीवाल ने एक न सुनी। जब कोरोना के दौरान दिल्ली बेदम थी तब केजरीवाल शराब नीति क्यों बना रहे थे? उन्हें बताना चाहिए? उनकी प्राथमिका दिल्ली के लोग क्यों नहीं थे? यह उन्हें स्पष्ट करना चाहिए।
सुप्रिया ने कहा कि जब विपक्ष के नेताओं को एजेंसी प्रताड़ित कर रहीं थीं तब आप चुप क्यों थी? उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियों ने कांग्रेस के नेताओं को हिरासत में लिया घंटों तक पूछताछ की लेकिन आप की ओर से कांग्रेस के पक्ष में कोई बयान नहीं आया।
सुप्रिया ने कहा कि जब केजरीवाल सरकार हर चौराहे, मोहल्ले में शराब की दुकान खोलने पर तुली थी तब कांग्रेस ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला और जांच की मांग की। उस समय तो भाजपा भी चुप थी जबकि दिल्ली में भाजपा के सात सांसद और आठ विधायक हैं।
उल्लेखनीय है कि केजरीवाल सरकार के दो मंत्री मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने बीेते मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर शराब घोटाले में शामिल होने का आरोप है।