शामली। शामली में वीडियो वायरल प्रकरण को लेकर रंगीन मिजाज बीजेपी नेता के खिलाफ शिकायतों का दौर लगातार जारी है। जहाँ जनपद के कलेक्ट्रेट पहुंचे दर्जनों कांग्रेसियों ने उक्त मामले को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप कर बीजेपी नेता और महिला की फोन की विस्तृत जांच कर दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
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आपको बता दें कि बुधवार को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के दर्जनों पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामली कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहाँ उन्होंने जिलाधिकारी अरविंद कुमार चौहान को एक ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि शहर के प्रतिष्ठित बीजेपी नेता व नगर पालिका परिषद शामली के अध्यक्ष का एक महिला के साथ अश्लील बातें करते हुए वीडियो वायरल हो रहा है। जिससे महिलाओं में अविश्वास व असुरक्षा की भावना प्रबल हुई है। उक्त मामले कों महिलाए अपने स्वाभिमान व सम्मान पर कुठाराघात के रूप में देख रही है।
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कांग्रेसियों का कहना है कि इस मामले में नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा वायरल वीडियो को फैब्रिकेटेड करार दिया गया है। वही लोगों में चर्चा भी हो रही है कि उक्त मामले के निस्तारण के लिए मोटी रकम का सौदा तय हुआ है। जिसमें कई लाख रुपए का लेनदेन भी हो चुका है। महिलाओ की सुरक्षा व सामान को देखते हुए इस मामले में नगर पालिका अध्यक्ष व पीड़ित महिला के उक्त प्रकरण की साइबर जांच करानी चाहिए। इस मामले में संदिग्ध नगर पालिका अध्यक्ष होने के कारण नगर का प्रथम नागरिक भी है। जोकि कई शिक्षण संस्थाओं का मालिक है।
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कई सामाजिक संस्थाओं से भी जुड़ा हुआ है। कांग्रेसियों को कहना है कि अगर पुलिस विभाग की साइबर सेल व्हाट्सएप रिकॉर्डिंग, व्हाट्सएप चैट तथा कॉल डिटेल व्हाट्सएप चैट निकलवा कर सही जांच करें तो सच सामने आ जाएगा। क्योंकि शामली में आसपास की महिलाओं के सम्मान की रक्षा के लिए इस मामले का सच सामने आना बेहद जरूरी है। जिसे लेकर कांग्रेस पार्टी ने मोर्चा खोल दिया है और मामले की उच्च स्तरीय जांच के बाद पता चल जाएगा की आखिर मामला सही है या फिर वीडियो सच में फैब्रिकेटेड है। उसके बाद ही दोषियों पर कार्रवाई की जा सकेगी।