मुजफ्फरनगर। जिले के मसूरी गांव में 20 साल से चकबंदी पूरी नहीं हो पाई, जिसके विरोध में बुधवार को ग्रामीण ने भाकियू नेता के साथ चकबंदी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान ग्रामीणों के साथ गांव के वर्तमान और पूर्व प्रधान भी मौजूद रहे।
भारतीय किसान यूनियन के नेता विकास शर्मा ने चरथावल विकासखंड क्षेत्र के गांव मसूरी में विगत 20 सालों से चल रही चकबंदी की प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं हुई है। ग्रामीणों को तारीख पर तारीख दी जाती है। उन्होंने कहा कि चकबंदी के अधिकारियों ने गांव में ऐलान करा दिया कि कोई भी अपनी जमीन पर पक्की फसल की बुवाई न करें आपके खेतों की डॉल बंदी होगी। उन्होंने विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि पूरे स्टाफ को वहां से बदला जा रहा है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के खेत खाली पड़े हैं और जडब ग्रामीण अपनी फरियाद लेकर आते है तो उन्हें अगले महीने कार्रवाई का आस्वासन देकर टाल दिया जाता है।
भाकियू युवा मंडल अध्यक्ष ने अधिकारियों से मांग करते हुए कहा कि किसानों की समस्या को सुना जाए और इनकी समस्या का निस्तारण किया जाए। उन्होंने कहा कि 20 साल से चकबंदी प्रक्रिया चल रही है लेकिन अभी तक पूरी नहीं हुई। किसानों को लूटा और खसोटा जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसान डर की वजह से अपने खेतों में बुवाई भी नहीं कर रहा है।