सहारनपुर। मुंडीखेड़ी गांव में सेना के जवान विक्रांत हत्याकांड में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। जिस चचेरे भाई रजत की हत्या में विक्रांत मुख्य गवाह बना हुआ था, उसी के छोटे भाई सूरज ने दो अन्य आरोपियों के साथ मिलकर हत्याकांड को अंजाम दिया था।
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पांच साल पहले हुई रजत की हत्या के लिए वह विक्रांत को जिम्मेदार मान रहा था। पुलिस ने रिश्ते में विक्रांत का चाचा लगने वाले आरोपी अंकुश पुत्र विजयपाल निवासी मुंडीखेड़ी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुख्य आरोपी और उसका साथी अभी फरार है। मुंडीखेड़ी गांव निवासी सेना के जवान विक्रांत पंवार की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिनका शव बृहस्पतिवार सुबह घर से थोड़ी दूर चकरोड पर पड़ा मिला था। इस मामले में गांव के ही देवेंद्र पुत्र रकम सिंह नामजद करते हुए रामपुर मनिहारान थाने में केस दर्ज कराया गया था। आरोप था कि विक्रांत के रिश्ते में लगने वाले चचेरे भाई रजत की जुलाई 2020 में चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी।
इसमें मुख्य आरोपी देवेंद्र है, जो जमानत पर आया हुआ है। रजत की हत्या में विक्रांत मुख्य गवाह था, जो आठ अप्रैल की गवाही देने के लिए छुट्टी पर आया हुआ था।