गाजियाबाद। शहर में कामकाजी महिलाओं के बच्चों के लिए शिशु सदन (क्रेच) की सुविधा जल्द ही उपलब्ध होगी। शिशु सदन (क्रेच) में 0-12 वर्ष के बच्चों को सभी प्रकार की सुविधा उपलब्ध होगी।
भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित मिशन शक्ति की उपयोजना समर्थय के अन्तर्गत सखी निवास नवीन छात्रावास संचालित किये जाने का मुख्य उद्देश्य महानगरीय,नगरीय तथा शहरीय क्षेत्रों में कार्य करने वाली महिलाओं को सुरक्षित एवं उपयुक्त आवासीय सुविधा कम से कम दर पर उपलब्ध कराना है। जिसमें शहर की कामकाजी महिलाओं के 0-12 वर्ष के बच्चों के लिए शिशु सदन (क्रेच) की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। नवीन सखी निवास के संचालन हेतु 4.50 लाख रुपये तक की अधिकतम वार्षिक सीमा तक भवन किराए पर लिया जाएगा।
सखी निवास 50 छात्रावास की स्वीकृक्ति क्षमता वाले उपयुक्त आवासीय भवन 4.50 लाख तक की अधिकतम सीमा तक के होंगे। शिशु सदन (क्रेच) के लिए अधिक जानकारी देते हुए जिला प्रोबेशन अधिकारी ने बताया कि शिशु सदन (क्रेच) में बच्चों को घर जैसा माहौल उपलब्ध कराया जाएगा। आज शहर में कामकाजी महिलाएं जब जॉब पर चली जाती हैं तो घर में उनको बच्चों की चिंता लगी रहती है। लेकिन शहर में शिशु सदन (क्रेच) के खुलने के बाद कामकाजी महिलाओं के बच्चों केा घर जैसा सुरक्षित माहौल मिल सकेगा। शिशु सदन (क्रेच) में बच्चों को छोड़कर महिलाएं पूरी तरह से निश्चित रहेंगी।